Health tips, health alert, health news, health problem, mental tension, mental health : स्वस्थ रहना है तो तन और मन दोनों को स्वस्थ रखना होगा। चिकित्सकों का भी मानना है कि शरीर से जुड़ी बीमारियां केवल 20 प्रतिशत होती है। 80 प्रतिशत बीमारियां मन की होती हैं। बीमारी चाहे शारीरिक हो या फिर मानसिक, दुख तो देती ही है लेकिन अगर अपनी जीवनशैली, आहार – विहार, श्रम और विश्राम पर थोड़ा सा ध्यान दे लिया जाए तो बहुत सारी बीमारियों से सहज ही बचा जा सकता है। खराब जीवनशैली, खानपान की बिगड़ी व्यवस्था के चलते स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां आम हो गई हैं। इनमें मानसिक स्वास्थ्य की खराबी, उत्तेजना ,चिड़चिड़ापन घबराहटऔर तनाव आदि प्रमुख हैं जो बहुत तेजी से अपने पांव पसार रहे हैं।
लोग मानसिक स्वास्थ्य को बहुत महत्व नहीं देते
यह और बात है कि भारत ही नहीं, दुनिया भर में लोग मानसिक स्वास्थ्य को बहुत महत्व नहीं देते; हल्के में लेते हैं लेकिन यह प्रव2त्ति ठीक नहीं है। स्ट्रेस, डर, नींद की कमी, डिप्रेशन को हल्के में लेने से यक निकट भविष्य में घातक हो जाते हैं। इसलिए जरूरी है कि किसी भी बीमारी का समय रहते ही इलाज कर लेना चाहिए। मानसिक रोगों के घातक परिणामों से बचने के लिए हर साल विश्व भर में अक्टूबर के महीने में विश्व मानसिक दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य दुनिया के कोने—कोने के लोगों को मानसिक स्वास्थ्य का महत्व बताना है। उन्हें यह समझााना है कि कौन से तौर—तरीके अपनाकर मानसिक रूप से स्वस्थ रहा जा सकता है।
तनावमुक्ति के लिए करें ध्यान
तनाव को दूर करने के लिए सबसे पहले कुछ देर ध्यान करने की आदत डालें। ध्यान आपको तमाम नकारात्मक स्थितियों से बाहर निकालने में न केवल मदद करता है बल्कि चुनौतियों का सामना करने की शक्ति भी देता है। इसके अलावा अपने दोस्तों से जरूर मिलते-जुलते रहें। दोस्तों से मिलने पर आपका दिमाग रिफ्रेश हो जाता है। आप अपने मन की तमाम ऐसी बातें अपने दोस्तों के साथ शेयर कर लेते हैं, जो आप किसी और से नहीं कह पाते। इससे आपको खुद को तनाव और अवसाद से दूर रखने में मदद मिलती है।
7-8 घंटे की गहरी नींद लें
अगर आप चाहते हैं कि आपकी प्रोडक्टिविटी बेहतर हो, आपका दिमाग हमेशा सक्रिय रहे और ठीक ढंग से काम करे, तो इसके लिए 7 से 8 घंटे की साउंड स्लीप बहुत जरूरी है। नींद से ही आपके दिमाग और शरीर की थकान दूर होती है। इसलिए रोजाना सोने और उठने का एक समय निर्धारित करें और सोने से एक घंटे पहले मोबाइल को खुद से एकदम दूर कर दें।