health care, daily life, healh news, healthy life news, health alert, home remedy : विश्व में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो जो तनाव का शिकार न हो। और तो और अब बच्चे भी तेजी से तनावग्रस्त हो रहे हैं। यह बात अलग है कि तनाव की प्रकृति और इसके कारण अलग-अलग हो सकते हैं। तनाव के कारणों की बात करें तो कहीं न कहीं इसकी संबद्धता आपके पारिवारिक और सामाजिक माहौल, स्कूल, कालेज, दफ्तर आदि के वातावरण से जुड़ा हुआ है। समय रहते अगर इसकी पहचान हो गई तो तनाव दूर करना कोई बड़ी बात नहीं है अन्यथा यह डिप्रेशन का कारण भी बन सकता है। करें ऐसा और रहें तनावमुक्त।
– खुद के लिए समय निकालें। जो बातें आपको खुशी दें, वह जरूर करें। अगर आपको म्यूजिक पसंद हैं तो सुनें, किताब पढ़ना अच्छा लगता है तो पढ़ें, डांस करें, लोगों से बातें करें, खाएं, खिलाएं, जो पसंद आए करें।
– हफ्ता-10 दिन में पार्क, बाजार, मंदिर आदि घूम आएं, कहीं लांग रन में स्वयं अथवा अपने परिजनों के साथ जाएं। मूवी, मेला आदि देख आएं।
– नहीं सोना भी आपको तन-मन से बीमार बना सकता है। अतः अच्छी नींद लें। सात-आठ घंटे की नींद आपको पूरे दिन तरोताजा बनाए रखता है- इसका ख्याल रखें।
– याद रखें, अकेलापन तनाव का बड़ा कारण है, इसलिए स्वयं को व्यस्त रखें। लोगों से मिले-जुलें, थोड़ा सामाजिक बनें।
– हां, अगर आपमें अचानक चिड़चिड़ापन आने लगें, बातचीत करने का मन न करें, गुस्सा आए, अकेला रहने का मन करें तो यह कहीं न कहीं डिप्रेशन का प्रारंभिक लक्षण है। ऐसे में मैडिटेशन करे, व्यायाम करें, मनोवैज्ञानिक की सलाह लें। तनाव जाता रहेगा।