If you want to avoid depression, you will have to change your lifestyle, Lifestyle, health care, daily life, healh news, healthy life news, health alert, home remedy : आजकल देखा जा रहा है कि लोग जिन्दगी की आपाधापी में इस कदर उलझे हुए रहते है कि उन्हें मानसिक स्तर पर हो रहे बदलाव का एहसास भी नहीं हो पाता है। हमारा पूरा फोकस अपने काम पर होता है। हम चेहरे की खुबसूरती बनाए रखना चाहते है। अच्छे कपड़े पहनना और शान शौकत की जिन्दगी जीना चाहते है। परंतु सबसे महत्वपूर्ण है फिजिकल एंड मेन्टल हेल्थ , जिसपर हम ध्यान ही नहीं देते । मेन्टल हेल्थ को दुरुस्त रखने के लिए बस हमे अपनी जीवन शैली में बदलाव लाने और अपने लिए वक़्त निकालने की जरूरत है।
स्ट्रेस को नजरअंदाज करने पर बढ़ रहा है डिप्रेशन
आज वर्क प्रेशर, फैमिली लाइफ या फिर खुद के भीतर पनप रहीं कुंठा के कारण लोग मानसिक परेशानी में फंसते चले जाते हैं। आम इंसान की जिन्दगी में यह मानसिक परेशानी स्ट्रेस से शुरु होता है। आम इंसान इसी में जीता है पर उसे इसका एहसास भी नहीं होता । धीरे-धीरे स्ट्रेस का लेवल बढ़ता जाता है और वह व्यक्ति डिप्रेशन का शिकार हो जाता है। ऐसी स्थिति में उसे इलाज करानी पड़ती है। सुधार नहीं होने की स्थिति में उन्हें कई अन्य तरह की मेन्टल थेरेपी लेनी पड़ती है। एक्सपर्ट दवा के साथ एक्सरसाइज की सलाह देते हैं। पर इन सबसे महत्वपूर्ण होता अपने लाइफ स्टाइल में बदलाव लाकर मेन्टल हेल्थ प्रॉब्लम को नियंत्रित करना।
भरपूर नींद लें और खुद से करें प्यार
जिन्दगी में अपने लाइफ स्टाइल में छोटे-छोटे बदलाव लाकर मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम को दूर किया जा सकता है । मेंटल हेल्थ थैरेपी के दौरान हेल्थ एक्सपर्ट भी इस बदलाव के लिए प्रेरित करते है। उनकी माने तो यदि किसी के मन में मानसिक रूप से अकेलापन भाव आने लगे तो समझे की वह बीमार है। यह स्ट्रेस का सबसे बड़ा लक्षण है। एक्सपर्ट का मानना है कि इससे बचना बहुत जरुरी है।
अपनी पसंद की किताबों को जरूर पढ़ें
वहीं एक्सपर्ट का यह भी कहना है कि आज भाग दौड़ भरी जिन्दगी में लोग अपने लिए समय नहीं निकाल पाते है। अतः जरूरी है कि लोग खुद को समय दें और अपनी जिंदगी से प्यार करें। जीवन जीने का वह तरीका अपनाये। इससे खुद को खुशी मिले। यदि पढ़ने के शौक़ीन है तो अपनी पसंद की किताबों को दिन में एकबार जरूर पढ़े। इससे मन लगेगा। यदि आप घूमने के शौकीन हैं तो वीक में एक बार कहीं बाहर का जरूर प्लान जरूर बनाएं। इससे मन को काफी सुकून मिलेगा।
कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद लें
वहीं अच्छी तरीक़े से नींद नहीं ले पाने से भी लोग
अस्वस्थ रहते हैं और यदि ऐसी स्थिति लगातार बनी रहती है तो लोग स्ट्रेस के शिकार बन जाते है। ऐसी स्थिति में मानसिक स्वास्थ्य के लिए कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए। यदि रात में भरपूर नींद ले ली जाती है तब थकान और स्ट्रेस दोनों कंट्रोल में रहता है और दिनभर फ्रेशनेस बनी रहती। ऐसा व्यक्ति तनाव से भी हमेशा दूर रहता है।