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Health tips : यूरिक एसिड कंट्रोल करना है बहुत आसान, करें ये उपाय…तेजी से फ्लश आउट होंगे टॉक्सिन, जोड़ों का दर्द भी होगा दूर

Health tips : यूरिक एसिड कंट्रोल करना है बहुत आसान, करें ये उपाय…तेजी से फ्लश आउट होंगे टॉक्सिन, जोड़ों का दर्द भी होगा दूर

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Uric acid control karna hai aasan, toxin, health alert, health tips, home remedy : सर्दी में यूरिक एसिड को कंट्रोल करना चाहते हैं तो एक टाइम बाजरे की रोटी और एक टाइम ज्वार की रोटी का सेवन करें। यूरिक एसिड बॉडी में बनने वाले टॉक्सिन हैं जो हम सभी की बॉडी में बनते हैं और किडनी उन्हें फ़िल्टर करके आसानी से यूरीन के जरिए बॉडी से बाहर भी निकाल देती है। यूरिक एसिड का बनना परेशानी की बात नहीं है लेकिन इसका बॉडी से बाहर नहीं निकलना परेशानी की बात है। आयुर्वेदिक और युनानी दवाओं के एक्सपर्ट के मुताबिक यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए आप गेहूं का आटा खाने के बजाएं साबुत अनाज की रोटी का सेवन करें। साबुत अनाज का सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है और बॉडी में होने वाली कई तरह की परेशानियां दूर होती हैं। 

प्यूरीन नामक रसायनों के टूटने से बनता है यूरिक एसिड 

यूरिक एसिड प्यूरीन नामक रसायनों के टूटने से बनता है। डाइट में प्यूरीन वाले फूड्स का अधिक सेवन करने से बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है। इन टॉक्सिन की बॉडी में मात्रा अधिक होने से ये जोड़ों में जमा होने लगता है जिससे हाइपरयूरिसीमिया नामक स्थिति पैदा हो जाती है जो गाउट का कारण बनती है। अगर यूरिक एसिड का उपचार नहीं किया जाए तो ये हड्डियों,जोड़ों और ऊतकों को नुकसान पहुंचा सकता है।

सेहत के लिए फायदेमंद नहीं हैं गेहूं का आटा, पेट में भारीपन और पेट फूलने की समस्या का वाहक है ये 

यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए डाइट पर कंट्रोल करना जरूरी है। डाइट से मतलब हमारे दिन भर के मुख्य आहार से हैं। रोटी हमारी डाइट का अहम हिस्सा है जिसे हम दिन में तीन बार खाते हैं। आमतौर पर हम रोटी के लिए गेहूं के आटे का सेवन करते हैं। गेहूं का आटा सेहत के लिए फायदेमंद नहीं हैं। इसमें कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होता है जो पेट में भारीपन और पेट फूलने की समस्या पैदा कर सकता है। इस आटे का सेवन ब्लड शुगर बढ़ाने के साथ ही यूरिक एसिड भी बढ़ाता है।

तीन टाइम के खाने में एक टाइम ज्वार को करें शामिल

अगर आप यूरिक एसिड को कंट्रोल करना चाहते हैं तो एक महीने तक गेहूं के आटे की रोटी खाना बंद कर दें और अपने तीन टाइम के खाने में एक बार ज्वार की रोटी खाएं तो एक बार बाजरे की रोटी का सेवन करें। इस रोटी को खाने से यूरिक एसिड कंट्रोल रहेगा। ज्वार का आटा जोड़ों में जमा यूरिक एसिड के क्रिस्टल को तोड़ता है और उन्हें यूरिन के जरिए बॉडी से बाहर निकाल देता है। इस आटे की रोटी का सेवन करने से ना सिर्फ बॉडी को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं बल्कि जोड़ों के दर्द से भी छुटकारा मिलता है।

बदलाव चाहते हैं तो माहिर करें इसकी रोटी का सेवन

ज्वार और बाजरे के सेवन से यूरिक एसिड को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। यह एक ऐसा अनाज है जिसमें आयरन, जिंक, विटामिन बी3, विटामिन बी6 और विटामिन बी9 प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है। ये सभी पोषक तत्व स्किन से लेकर बॉडी तक के लिए हेल्दी है। बाजरा प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है। सर्दी में जोड़ों के दर्द से परेशान रहते हैं तो इस मैजिकल आटे से बनी रोटी का सेवन करें। ये रोटियां यूरिक एसिड को कंट्रोल करती है। एक महीने तक इन दोनों आटे से बनी रोटी का सेवन करें आप मैजिकल बदलाव देखेंगे।

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