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क्या आपको भी समय पर नहीं लगती है भूख तो सचेत  हो जाइए! क्योंकि हमारे शरीर के लिए दवा है भोजन 

क्या आपको भी समय पर नहीं लगती है भूख तो सचेत  हो जाइए! क्योंकि हमारे शरीर के लिए दवा है भोजन 

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Do you also not feel hungry on time? So be alert! Because food is medicine for our body, Lifestyle, Health tips, home remedy, health alert : अमूमन ज्यादातर बीमारियों का कारण हमारा भोजन ही जिम्मेदार होता है। विशेषज्ञों के मुताबिक हम अपने भोजन में सही बदलाव लाकर कई बीमारियों से बचे रह सकते हैं। भूख नहीं लगना कई बीमारियों का संकेत देता है। ऐसे में हमें विशेषज्ञ डॉक्टर से जरूर मिलकर उसे परामर्श लेना चाहिए। ऐसा न करने पर आपकी परेशानी बढ़ सकती है। आइए जानते हैं कि किन बीमारियों से पीडि़त व्यक्ति को किस प्रकार का भोजन करना चाहिए।

अस्थमा: अगर किसी व्यक्ति को अस्थमा की शिकायत है तो उसे मक्खन, चीज़, दूध, मटन आदि से परहेज रखना चाहिए। अस्थमा पीड़ितों को अपने भोजन में फल और सब्जियों को निश्चित रूप से शामिल करना चाहिए।

कैंसर: कैंसर के मरीज को या इसकी जरा सी भी संभावना  होने पर सिगरेट, अंडा और तले हुए भोजन का प्रयोग नहीं करना चाहिए। अपने भोजन में चीनी की मात्रा भी कम कर देना चाहिए। ताजे फलों और सब्जियों का सेवन ऐसे व्यक्तियों के लिए काफी लाभप्रद होता है।

चिंता: किसी बात को लेकर चिंता में पड़ जाना शरीर के लिए घातक होता है। ऐसे में हमें कैफीन और मीठी चीजों का प्रयोग बंद कर देना चाहिए। अल्कोहल का भी सेवन नहीं करना चाहिए। भोजन में अनाज, दालों का विशेष प्रयोग करना चाहिए। 

डिप्रेशन: यदि आप डिप्रेशन का शिकार हैं तो आपको अपने भोजन में ताजे फलों की मात्रा बढ़ा देनी चाहिए। इस परिस्थिति में संतरे और केल विशेष लाभदायक है। इसके अतिरिक्त आप सब्जियां, अखरोट आदि का भी सेवन करें। यह हमारे शरीर के लिए लाभदायक सिद्ध होंगे।

मधुमेह: चाय अथवा अन्य सामग्री में चीनी की बहुत ही कमयानी न के बराबर लें। चर्बीयुक्त भोजन से पूरी तरह से परहेज करें। मधुमेह के मरीजों के लिए शाकाहारी भोजन बहुत लाभकारी होगा।

सिरदर्द: कई बार देखने में आता है कि सिरदर्द की शिकायत होने पर लोग चाय या कॉफी पी लेते हैं, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार चाय अथवा कॉफी बिल्कुल नहीं लेनी चाहिए। इसके अलावा चॉकलेट, पनीर, संतरे, नींबू, तले हुए भोज्य पदार्थ,  केला आदि से भी पूरी तरह से परहेज करना चाहिए।

उच्च रक्तचाप: इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को चर्बीयुक्त भोजन नहीं करना चाहिए।  आपके स्वास्थ्य का सबसे बड़ा दुश्मन फैट यानि वासा है। ऐसे में हमें अप्रत्यक्ष रूप से नमक में कटौती करनी चाहिए। क्योंकि कम वसा वाले भोजन में आमतौर पर सोडियम की मात्रा भी कम होती है। ऐसे में अनाज, सब्जियां, मछली आदि का सेवन फायदेमंद होता है। इन सब वस्तुओं में कैल्शियम और पोटेशियम की मात्र अधिक होती है। रक्तचाप को सही स्तर पर बनाए रखने में इनकी अहम भूमिका होती है। इस बीमारी में सेब, केला, बंदगोभी, संतरे, मटर, आलू का प्रयोग बहुत फायदेमंद होता है।

पथरी: इस बीमारी से ग्रसित लोग अधिक से अधिक पानी का सेवन करें। दूध, चाय और कॉफी का सेवन हमारे शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। चीनी व मटन का प्रयोग भी कम करें। शाकाहारी भोजन आपके लिए उपयुक्त आहार है।

अल्सर: गर्म और मसालेदार भोजन न करें। चाय, कॉफी व अल्कोहल भी आपके लिए हानिकारक है। दूध का सेवन आपको आराम देगा।

गठिया: सब्जियों का सेवन करें। अधिक मात्रा में पनीर, दूध, मक्खन, मीट का प्रयोग बंद कर दें।

गालब्लैडर की बीमारियां: इस बीमारी से पीड़ित मरीज को अंडा, सूअर का मांस, प्याज बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए। चीनी और वसायुक्त भोजन से भी दूरी बना लें। अपने भोजन में फलियां, ताजे फल और सब्जियों की मात्र बढ़ाएं।

इस प्रकार कुछ विशिष्ट खाद्य पदार्थों को अपने भोजन में शामिल करके अथवा त्याग कर के आप अपने स्वास्थ्य को दुरुस्त  रख सकते हैं। याद रखें कि उचित भोजन हमारे स्वास्थ्य को बना सकता है और गलत भोजन स्वास्थ्य को बिगाड़ सकता है।

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