Health tips : आजकल काफी बीमारियां फैल रही हैं। यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो हमेशा खतरनाक बीमारियों खतरा बना रहता है। जो लोग धूम्रपान करते हैं, फेफड़े की बीमारी, हृदय रोग और कई अन्य जानलेवा बीमारियों का उन्हें सामना क,ना पड़ता है। अपने और अपने प्रियजनों के जीवन को बचाने के लिए आपका सबसे अच्छा और सुरक्षित दांव धूम्रपान छोड़ना होगा। जब आप धूम्रपान करते हैं, तो आप खुद को और अपने आस-पास के लोगों को गम्भीर बीमारियों के अधिक जोखिम में डालते हैं। जो लोग धूम्रपान करते हैं, वे लोग एक बार ये 08 जांच अवश्य करायें। ये टेस्ट हर एक धूम्रपान करनेवाले को कराने चाहिए।
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छाती का एक्स-रे अवश्य करायें
धूम्रपान करनेवालों के लिए छाती का एक्स-रे एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण जांच है। एक्स-रे आपकी छाती की एक छवि प्रदान करता है और धूम्रपान के कारण होनेवाली किसी भी समस्या का पता लगाने में मदद करता है।
स्पाइरोमेट्री
स्पाइरोमेट्री, जिसे पल्मोनरी फंक्शन टेस्ट (पीएफटी) के नाम से भी जाना जाता है, एक सरल श्वास परीक्षण है, जिसमें मरीज एक मशीन में फूंक मारता है और सांस लेता है, जिससे यह पता चलता है कि उसके फेफड़ों में कितनी हवा अंदर और बाहर जा रही है।
सीटी स्कैन
लो-डोज़ कम्प्यूटेड टोमोग्राफी (LD-CT) स्कैन फेफड़ों के कैंसर जैसी बड़ी समस्याओं का पता लगाने में मदद करता है। यह बेहतर डायग्नोस्टिक इमेज प्रदान करता है, जिससे डॉक्टरों को फेफड़ों के कैंसर जैसी समस्याओं का शुरुआती चरणों में पता लगाने में मदद मिलती है।
High-sensitivity C-Reactive Protein का टेस्ट
उच्च संवेदनशीलता सी-रिएक्टिव प्रोटीन (एचएस-सीआरपी) टेस्ट, यह एक रक्त परीक्षण है, जो सी-रिएक्टिव प्रोटीन के निम्न स्तर का पता लगाता है और आपके शरीर में सूजन के सामान्य स्तर को मापता है। इसका उपयोग यह पता लगाने के लिए किया जा सकता है कि लोगों को हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा है या नहीं।
इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम
यह धूम्रपान करनेवाले के दिल में किसी भी जटिलता का पता लगाने में मदद कर सकता है। यह नियमितता और दिल की धड़कन का परीक्षण करता है और किसी भी सम्भावित हृदय सम्बन्धी समस्याओं का शुरुआती चरण में पता लगाने में मदद करता है।
डायबिटीज की जांच
धूम्रपान करने से शरीर इंसुलिन के प्रति अधिक प्रतिरोधी हो जाता है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है। यही कारण है कि मधुमेह की जांच के लिए भी सलाह दी जाती है।
विटामिन डी ब्लड टेस्ट
40 वर्ष से अधिक उम्र के हैं और धूम्रपान करते हैं, तो आपको यह परीक्षण अवश्य कराना चाहिए। वास्तव में, अधिकांश धूम्रपान करनेवालों के रक्त में विटामिन डी की मात्रा कम होती है।
किडनी फंक्शन टेस्ट
यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो आपको क्रोनिक किडनी रोग (CKD) होने की अधिक सम्भावना है। यदि आपको मधुमेह या हृदय रोग है, तो इसका जोखिम अधिक है। CKD के कोई शुरुआती लक्षण नहीं होते, इसलिए जांच कराना महत्त्वपूर्ण है। आप अपने शरीर को किस स्थिति में डाल रहे हैं, यह समझना जरूरी है। जांच और शुरुआती पहचान आपकी जान बचा सकती है।