Health tips : कई मामलों में व्यक्ति को सुबह उठ कर ही हाथ-पैरों में झुनझुनी होना शुरू हो जाती है। यह उस स्थिति में भी होता है जब अधिक समय तक बैठे रहने के कारण पैरों की नसों में अधिक दबाव पड़ता है। ऐसे में पैरों में झुनझनी होती है।
व्यक्ति रोजाना सुबह उठता है और इसके बाद दिन भर के अपने कामों में लग जाता है। सुबह उठने के बाद हर व्यक्ति का अपना एक रुटिन होता है, जिसे वह रोज फॉलो करता है। मसलन, सुबह उठते ही कोई भगवान का नाम लेता है, तो कोई व्यायाम करता है। लेकिन, कई लोगों को सुबह ऐसे लक्षण भी दिखते हैं, जिनसे वे शरीर में पनप रही किसी बीमारी की पहचान भी कर सकते हैं।
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इन बातों पर जरूर गौर करें
दरअसल, कई मामलों में व्यक्ति को सुबह उठ कर ही हाथ-पैरों में झुनझुनी होना शुरू हो जाती है। यह उस स्थिति में भी होता है जब अधिक समय तक बैठे रहने के कारण पैरों की नसों में अधिक दबाव पड़ता है। ऐसे में पैरों में झुनझनी होती है। यह किसी बीमारी की ओर संकेत का इशारा करती है। ऐसी स्थिति होने पर तत्काल डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
वहीं कई मामलों में पैरों, तलवों या हाथों में झुनझुनी के अलावा दर्द का भी अनुभव होता है। ऐसे में तत्काल डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए। ये भी बीमारी के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं।
कभी विशाक्त पदार्थ को छानने की प्रक्रिया में गुर्दे क्षतिग्रस्त हो सकते हैं। ऐसा होने पर गुर्दा ठीक से काम नहीं कर पाता है। गुर्दे ठीक से काम ना करें, तो इस कारण हाथों और पैरों में झुनझुनी हो सकती है।
कई पोषक तत्त्वों की कमी होने पर शरीर में झनझनाहट हो सकती है। शरीर में यदि विटामिन ई या विटामिन बी की कमी होती है, तो शरीर में इसका नकारात्मक असर देखने को मिलता है। शरीर में पोषक तत्त्व की कमी दिखने पर डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और इसका तत्काल इलाज कराना चाहिए। ये सभी ऐसी परिस्थितियां हैं, जो शरीर में दिखने पर व्यक्ति को डायबिटिज होने की सम्भावना अधिक होती है। यदि कोई लक्षण दिखता है, तो तत्काल डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए, ताकि परेशानी से बचा जा सके।