एक रिटायर्ड (Retired) ब्रिटिश जियोलॉजिस्ट पर इराक (Iraq) में कलाकृतियों की चोरी का आरोप लगा है। इंटरनेशनल मीडिया की खबर के अनुसार, उन्होंने 12 पत्थर और कुछ टूटे हुए बर्तनों को इरिडू (Eridu) से स्मृति चिह्नों के तौर पर उठाया था। यह एक भौगोलिक और पुरातात्विक टूर था, जिसपर उन्होंने इराक से यह सामान उठाया। जिम फिटन (Jim Fitton) और जर्मनी के उनके साथी पर्यटक वोल्कर वाल्डमन (Volker Waldmann) अब मौत की सजा का सामना कर रहे हैं। द इंडिपेंडेंट ने यह रिपोर्ट की है कि 66 साल के मिस्टर वाल्डरमन की इराक की अदालत में 15 may को पहली बार पेशी हुई। इंडिपेंडेंट ने आगे बताया कि दोनों आदमियों को पीली वर्दी पहने कोर्ट में देखा गया, जो कैद में मौजूद आरोपियों को इराक में दी जाती है।
आपराधिक मंशा से नहीं किया काम
इस व्यक्ति ने तीन जजों के पैनल को बताया कि उन्होंने आपराधिक मंशा से कोई काम नहीं किया। 20 मार्च को जब टूर ग्रुप बगदाद के एयरपोर्ट से बाहर उड़ान भरने वाला था, तब इन वस्तुओं को इन लोगों के पास पाया गया।
बीबीसी से बात करते हुए मिस्टर फिटन के परिवार ने बताया कि 66 साल में उनका दिल टूट गया है, जब वह अपनी बेटी की शादी में नहीं आ पाए।
दोषमुक्त करने की अपील
एक पिटीशन फाइल की गई है जिसमें ब्रिटेन के विदेश, कॉमनवेल्थ और डेवलपमेंट ऑफिस को मिस्टर फिटन को आजाद करवाने की अपील की गई है। उनके दामाद सैम टास्कर ने बीबीसी को बताया कि उन्हें इस पिटीशन पर 124,000 दस्तखत मिले हैं।