India (भारत) से 1600 टन गेंहू लेकर लेकर बांग्लादेश जा रहा था हल्का मालवाहक जहाज। बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) के मुहाने पर मेघना नदी में यह जहाज पूरी तरह डूब गया। बांग्लादेश के अधिकारियों ने बताया था कि जहाज तलहटी में टकराने की वजह से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। यह जहाज चाट्टोग्राम बंदरगाह पर लंगर डाले एक बड़े मालवाहक जहाज से निजी आटा मिल के लिए गेंहू लेकर ढाका के बाहरी इलाके में स्थित नारायणगंज नदी गोदी की ओर जा रहा था।
एशियाई आयातक भारत के गेहूं पर निर्भर
यह हादसा ऐसे वक्त पर हुई है, जब आयातक, खास तौर से एशियाई आयातक, भारत (India) से आने वाले गेंहू पर निर्भर हैं। दरअसल 24 फरवरी को यूक्रेन (Ukraine) पर रूसी हमले (Russian Attack) के बाद काला सागर क्षेत्र (Black Sea Area) से निर्यात बंद हो गया है। इसके साथ ही भारत ने भी गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है।
गेहूं को बचाना संभव नहीं
बांग्लादेश प्रशासन का कहना है कि नदी में जहाज डूबने के बाद गेंहू को बचाना संभव नहीं है। बांग्लादेश जल परिवहन प्रकोष्ठ के संयुक्त सचिव अताउल कबीर ने PTI को बताया, ‘‘हल्का जहाज 1,600 टन गेंहू के साथ पानी में डूब गया है… गेंहू को बचाने का कोई उपाय नहीं है। ”
जहाज के बीच के हिस्से में पहुंचा पानी
जहाज के शिपिंग एजेंट ने बताया था कि तलहटी से टकराने के बाद जहाज के अगले हिस्से में दरार पड़ गई है और उसमें काफी पानी भर गया है। बाद में पानी जहाज के बीच के हिस्से में घुस गया और पूरा जहाज डूब गया।
गेहूं की कीमत 6.64 करोड टका
अधिकारियों और गेंहू के आयातक ने बताया कि पूरे माल की कीमत करीब 6.64 करोड़ टका (7,58,280.70 अमेरिकी डॉलर) थी। यह पूछने पर कि क्या किसी ने जानबूझकर जहाज को डुबोया है, कबीर ने इन बातों को महज अटकलें बताते हुए कहा कि यह सामान्य दुर्घटना है।