पाकिस्तान की सत्ता गंवाने वाले इमरान खान अब वापसी की कोई भी कोशिश कमजोर नहीं करना चाहते हैं। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में हुए उपचुनावों में अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ को मिली बड़ी सफलता के बाद पंजाब प्रांत में सरकार बनाने का मन बना लिया है। उन्होंने अपने विधायकों को खरीद-फरोख्त से बचाने के लिए एक होटल में शिफ्ट कर दिया है।
उपचुनाव में 20 में से 16 सीटें जीती थीं इमरान की पार्टी
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की विधानसभा में कुल 371 सीटें हैं। बहुमत के लिए 186 विधायक चाहिए। इस समय पंजाब में सत्तारूढ़ प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के पास 179 विधायक हैं। इसके विपरीत हाल ही में हुए उपचुनाव में बीस में से 16 सीटें जीत कर इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने पंजाब विधानसभा में बहुमत में होने का दावा किया है।
22 जुलाई को अपनी दावेदारी पेश करेगी पीटीआई
पंजाब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का गृह राज्य है। वहां शहबाज शरीफ के बेटे हमजा मुख्यमंत्री हैं। इमरान की पार्टी यहां मुख्यमंत्री पद के लिए 22 जुलाई को अपनी दावेदारी पेश करेगी। पिछली बार पीटीआई के 20 विधायकों ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के उम्मीदवार हमजा शरीफ के पक्ष में मतदान किया था। इसलिए इस बार इमरान कोई खतरा नहीं उठाना चाहते हैं। इसीलिए उन्होंने अपने सभी विधायकों को लाहौर बुलाकर वहां एक होटल में रखा है। इन विधायकों को होटल से सीधे मतदान के लिए पंजाब विधानसभा ले जाया जाएगा।