All engineering failed in front of the Jugaad technology of these sheep herding villagers, Global News, international news : कहते हैं भेड़ के झुंड से निकलकर कब कौन भेड़ किधर चला जाए, कहना मुश्किल है। वह कतारबद्ध रहे, इसके लिए उसकी सख्त निगरानी आवश्यक होती है। चरवाहे भेड़ों को हांकते, कई मौकों पर उन्हें खदेड़ते भी नजर आते हैं। इससे इतर तुडग़ांव में सड़क के किनारे चल रहे भेड़ों की अनुशासित भीड़ से संबंधित वायरल वीडियो को देख हर कोई चकित है। वीडियो में सभी भेड़ कतारबद्ध नजर आ रहे हैं। भेड़ पालक ने आखिर ऐसी कौन सी तकनीक भिड़ाई कि यह असंभव कार्य संभव हो गया। आइये आप भी जानें…
पहिये वाले पिंजरे में कैद नजर आते हैं भेड़
दरअसल, वीडियो में यह चरवाहा न तो भेड़ों को पीट रहा है और न ही उसे हांक लगा रहा है, बल्कि उन सभी की घेराबंदी एक पहिये वाले खुले पिंजरे के सहारे कर रखी है। चरवाहे ने उसे कुछ इस तर्ज पर डिज़ाइन कर रखा है कि भेड़ों की भीड़ मनोवैज्ञानिक तरीके से उससे बंधी नजर आती है। दरअसल, जहां भेड़ चल रहे हैं, चरवाहे ने उसकी जालीदार फेंसिंग कर रखी है। ये पहिये तीन पहिया वाहन से जुड़े है, जिसे चरवाहा चला रहा होता है।
10 सेकंड का वीडियो, देखा जा चुका है एक लाख 57 हजार से अधिक बार
यह वीडियो महज 10 सेकंड का है, जिसे अबतक एक लाख 57 हजार से अधिक बार देखा जा चुका है। बहरहाल, चरवाहे की इस तकनीक की खूब सराहा जा रहा है। खूब प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं। कोई कह रहा क्या जुगाड़ है, तो कोई कह रहा मान गए इस स्वदेशी तकनीक को।