Banned organization (प्रतिबंधित संगठन) सिख्स फॉर जस्टिस (SFJ) के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू ने पाकिस्तानी मीडिया के सामने खालिस्तान का नया नक्शा पेश किया है। खास बात है कि इस नक्शे में शिमला को राजधानी बताया गया है। इतना ही नहीं पन्नू ने पंजाब की ‘आजादी’ के लिए जनमत संग्रह की तारीख की भी घोषणा कर दी है। संगठन ने पाकिस्तान सरकार से समर्थन देने की मांग की है।
नक्शे में 1966 के पहले पंजाब के क्षेत्र
गौरतलब है कि न्यूयॉर्क में रहने वाले पन्नू ने लाहौर प्रेस क्लब में बैठक की। इस बैठक में ‘पंजाब इंडिपेंडेंस रेफरेंडम’ की तारीखों का एलान किया गया। इसके अलावा पन्नू की तरफ से खालिस्तान का नक्शा भी पेश किया गया। उन्होंने दावा किया है कि शिमला खालिस्तान की ‘भविष्य की राजधानी’ होगी। खबर है कि SFJ के इस तथाकथित नक्शे में साल 1966 के पहले के पंजाब के क्षेत्र हैं।
इनमें हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के सिख बहुल क्षेत्र शामिल हैं।
पाकिस्तान से राजनयिक समर्थन की अपील
भारत में वॉन्टेड पन्नू ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो को राजनयिक समर्थन देने की अपील की है। साथ ही उन्होंने पाकिस्तान सरकार से कहा है कि ‘नए और मित्र पड़ोसी’ को हासिल करने के इस मौके का फायदा उठाएं। पन्नू ने कहा, ‘एक बार आजाद होने के बाद खालिस्तान पाकिस्तान के साथ मिलकर दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन की जगह बदलेगा और इस क्षेत्र में जरूरी स्थिरता, शांति और समृद्धि लाएगा।’
26 जनवरी 2023 की तारीख
इंटरनेशनल मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पन्नू ने पाकिस्तान पत्रकारों को बताया कि ‘पंजाब इंडिपेंडेंस रेफरेंडम’ गणतंत्र दिवस के मौके पर 26 जनवरी 2023 से पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में शुरू होगा। भारत में यह अवैध है और सरकार ने इसे मान्यता नहीं दी है। खास बात है कि यह रेफरेंडम अनधिकृत रूप से 31 अक्टूबर 2021 को लंदन में शुरू हुआ था। इसके अलावा इसका आयोजन इटली और स्विट्जरलैंड में भी हो चुका है।