Russia (रूस) और Ukraine (यूक्रेन) के बीच चल रही जंग के माहौल में रूसी विदेश मंत्री 31 मार्च की शाम 6:00 बजे दिल्ली पहुंच चुके हैं। 1 अप्रैल को वह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात करेंगे। मुलाकात में कई मुद्दों पर चर्चा होगी। न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने अपने ट्विटर हैंडल पर रूसी विदेश मंत्री के दिल्ली पहुंचने की सूचना रात 7:52 बजे दी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव कच्चे तेल की पेशकश, रुपये-रूबल भुगतान और हथियारों के सौदे पर भारतीय समकक्ष एस. जयशंकर के साथ बातचीत करेंगे। यूक्रेन के साथ युद्ध शुरू होने के बाद भारत में किसी शीर्ष रूसी राजनेता की यह पहली उच्च स्तरीय यात्रा है।
रुपये-रूबल मूल्य वर्ग के भुगतान के तरीके पर होगा विचार
यह महत्वपूर्ण है कि जैसे ही अमेरिका के नेतृत्व वाले प्रतिबंधों और कुछ रूसी बैंकों को स्विफ्ट मैसेजिंग सिस्टम से हटाया जा रहा है, लावरोव कच्चे तेल के लिए रुपये-रूबल मूल्यवर्ग के भुगतान के तरीके पर विचार करेंगे, जो रूस ने भारत को दिया है। नयी दिल्ली रूसी तेल को रियायती दर पर खरीदने के खिलाफ नहीं है। यह भी कहा गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक के वरिष्ठ अधिकारी रुपये-रूबल भुगतान पर चर्चा करने के लिए अपने रूसी समकक्षों से मिलने वाले हैं। युद्ध की शुरुआत के बाद से भारत पर पश्चिम और उसके सहयोगियों के दबाव में रूस के खिलाफ एक मजबूत रुख अपनाने का दबाव रहा है।