Israel hamas war, international news, global News: सात अक्टूबर को इजराइल में हमास की ओर से किए गए हमले को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। इस हमले के पीछे उत्तर कोरिया का रॉकेट बताया जा रहा है। इस बात का खुलासा दक्षिण कोरिया के एक्सपर्ट ने किया है। बरामद किए गए हथियारों से पता चलता है कि रॉकेट गाजा में नहीं, बल्कि उत्तर कोरिया में बनाए गए हैं। उत्तर कोरिया के हथियारों पर नजर रखने वाले दक्षिण कोरिया के दो एक्सपर्ट के हवाले से यह जानकारी सामने आई है। जानकारी के मुताबिक उत्तर कोरिया के एफ-7 रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड और कंधों पर रखकर चलाने वाले हथियारों का इस्तेमाल किया था।
सीरिया, इराक, लेबनान और गाजा पट्टी को हुई है 7 रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड की आपूर्ति
दावा है कि उत्तर कोरिया ने एफ-7 रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड सीरिया, इराक, लेबनान और गाजा पट्टी को सप्लाई किए हैं। एक्सपर्ट मानते हैं कि उत्तर कोरिया हमेशा से फिलिस्तीनी समूहों का समर्थन किया है। वरिष्ठ शोधकर्ता मैट श्रोएडर ने एक रिपोर्ट में कहा कि हमास ने रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड और लॉन्चर के साथ अपने लड़ाकों की तस्वीरें शेयर की हैं, जिसके वारहेड पर एक लाल पट्टी नजर आता है। यह ठीक एफ-7 जैसा ही है। 17 अक्टूबर को पत्रकारों के साथ दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने विशेष रूप से एफ-7 की पहचान उत्तर कोरियाई हथियारों में से एक के रूप में की। उनका मानना है कि हमास ने हमले में इन्हीं हथियारों का इस्तेमाल किया था।
दावे को उत्तर कोरिया किया खारिज, अमेरिका को बताया जिम्मेदार
दक्षिण कोरिया के एक्सपर्ट्स द्वारा लगाए गए आरोपों को उत्तर कोरिया ने खारिज किया है। उत्तर कोरिया प्रशासन ने इसके लिए अमेरिका को जिम्मेदार बताया है। उत्तर कोरिया ने हमास को सिर्फ रॉकेट ही नहीं भेजे, बल्कि एक्सपर्ट की मानें तो हमास ने उत्तर कोरिया की टाइप 58 सेल्फ-लोडिंग राइफल का भी इस्तेमाल किया। जो कलाश्निकोव असॉल्ट राइफल का ही एक रूप है। इनके अलावा हमास लड़ाकों के प्रमोश्नल वीडियो में वे उत्तर कोरिया के बुल्सए गाइडेड एंटी-टैंक मिसाइल के साथ देखा गया था।