Foreign News Update, Russia Ukraine war, One Year : रूस-यूक्रेन जंग को 24 फरवरी को एक साल पूरा हो गया है। UN जनरल असेंबली में गुरुवार की देर रात यूक्रेन में शांति और रूसी सेना की वापसी को लेकर एक प्रस्ताव लाया गया। यह प्रस्ताव दो-तिहाई बहुमत से पास हुआ। 141 देशों ने प्रस्ताव का समर्थन किया। वहीं सात देशों बेलारूस, नॉर्थ कोरिया, सीरिया, माली, रूस, इरीट्रिया और निकारागुआ ने रूस का साथ देते हुए प्रस्ताव के खिलाफ वोट वोटिंग की।
32 देशों ने वोटिंग में नहीं लिया भाग
भारत, चीन और पाकिस्तान सहित 32 देशों ने UN में इस प्रस्ताव पर वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। 11 पैराग्राफ के इस प्रस्ताव पर वोटिंग के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ट्वीट किया कि ये प्रस्ताव यूक्रेन के लिए वैश्विक समर्थन का सबूत है। वहीं रूस के UN एंबेसडर दमित्री पोलांस्की ने इसे फालतू बताते हुए खारिज किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि प्रस्ताव शांति नहीं लाएगा, बल्कि इससे जंग भड़काने वालों को हौसला मिलेगा।
कई देशों में रूसी हमले की निंदा और विरोध
भारत और अमेरिका समेत तमाम देश पुतिन से जंग खत्म करने को कह चुके हैं। इजराइल और तुर्की ने मध्यस्थता की कोशिशें की थीं। पुतिन की जिद के सामने ये बेनतीजा रहीं। PM मोदी ने पिछले साल उज्बेकिस्तान के समरकंद में हुई SCO की मीटिंग के इतर पुतिन से बातचीत की थी। मोदी ने कहा था- आज का युग युद्ध का नहीं है। इस पर पुतिन ने मोदी से कहा था- मैं यूक्रेन से जंग पर आपकी स्थिति और चिंताओं को जानता है। मैं भी चाहता हूं कि ये सिलसिला जल्द से जल्द रुके। इस बीच 1 साल में कई देशों ने रूसी हमले का विरोध किया। एक साल पूरा होने पर भी कई देशों में रूसी एंबेसी के बाहर यूक्रेन के समर्थन में सड़कों पर यूक्रेनी झंडे के रंग पेंट किए गए