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यह तो गजब का प्रेम बुखार है भाई, एक दिन में बॉयफ्रेंड को सौ बार कॉल करती है यह लडकी…

यह तो गजब का प्रेम बुखार है भाई, एक दिन में बॉयफ्रेंड को सौ बार कॉल करती है यह लडकी…

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This is amazing love fever brother, this girl calls her boyfriend a hundred times in a day…, Beijing breaking news, China news, Global News, international news : प्रेम में क्या-क्या कैसे होता है, यह तो प्रेम की अलग-अलग कहानियां और घटनाओं को देखने, जानने, सुनने और समझने से पता चलता है। यह टेक्नोलॉजी का दौर है। डिजिटल दौर है। ऐसे में प्रेम भी इसी गति से आगे बढ़ता है। अब अगर कोई लड़की अपने बॉयफ्रेंड को एक दिन में 100 कॉल करने लगे तो इसे क्या कहा जाए। इसे लव ब्रेन कहा जाता है। चीन की रहने वाली एक लड़की को लव ब्रेन शिकार होते पाया गया है। दरअसल, लड़की अपने प्रेमी को एक दिन में 100 से अधिक बार कॉल करती पाई गई। 

लड़की की उम्र 18 वर्ष, सिचुआन प्रांत में रहती है

गौरतलब है क‌ि ज़ियाओयू नाम की 18 वर्षीय लड़की दक्षिण-पश्चिमी चीन के सिचुआन प्रांत की रहने वाली है। ज़ियाओयू की इन हरकतों ने उसके प्रेमी को परेशान कर रखा था। रिपोर्टों के अनुसार, चेंग्दू के द फोर्थ पीपुल्स हॉस्पिटल के एक डॉक्टर डू ना ने कहा कि जियाओयू का असामान्य व्यवहार उसके विश्वविद्यालय के पहले वर्ष में शुरू हुआ जब वह और उसका प्रेमी अंतरंग संबंध में आए। कथित तौर पर प्रेमी असहज और परेशान हो गया था क्योंकि ज़ियाओयू उस पर बहुत अधिक निर्भर हो गई थी। एक वीडियो क्लिप में देखा गया क‌ि ज़ियाओयू बार-बार अपने प्रेमी को अपना वीचैट कैमरा चालू करने के लिए मैसेज भेजती दिख रही है, जिसे उसने नजरअंदाज कर दिया। हालात तब बिगड़ गए जब किशोर ने उसे एक ही दिन में 100 से अधिक बार कॉल किया लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया। शियाओयू इससे इतनी परेशान हो गई कि उसने घरेलू सामान को अपने घर के चारों ओर फेंकना और तोड़ना शुरू कर दिया। इसके बाद प्रेमी ने पुलिस को फोन किया। इसके बाद पुलिस समय पर पहुंची। इसके बाद लड़की ने बालकनी से कूदने की धमकी दी।

डॉक्टर की नजर में यह बीमारी है

बता दें कि ज़ियाओयू देखकर डॉ डू ने बताया क‌ि उसे बॉर्डरलाइन पर्सनैलिटी डिसऑर्डर की बीमारी है, जिसे “लव ब्रेन” कहा जाता है। डू ने कहा कि यह स्थिति अन्य मानसिक बीमारियों जैसे चिंता, अवसाद और द्विध्रुवी विकार के साथ सह-अस्तित्व में हो सकती है, उन्होंने कहा कि मानसिक बीमारी अक्सर उन लोगों में होती है जिनके बचपन के दौरान अपने माता-पिता के साथ स्वस्थ संबंध नहीं थे। इस बीमारी के हल्के रूप वाले लोग, जिनके जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा, वे अपनी भावनाओं को प्रबंधित करना सीखकर अपने आप ठीक हो सकते हैं। दूसरी ओर, जो लोग अत्यधिक लक्षणों से पीड़ित हैं, उन्हें चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है। विशेष रूप से, चीन में उन लोगों के लिए चैट सहायता सेवा तेजी से बढ़ रही है जो रोमांस में इतने व्यस्त हैं कि वे तर्कसंगत रूप से कार्य करने की क्षमता खो चुके हैं। ऐसी बीमारी से किसी का भी ग्रस्त होना स्वाभाविक जीवन के लिए अच्छा नहीं है।

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