China (चीन) के गुआंग्शी इलाके में 132 लोगों को लेकर जा रहा एरोप्लेन 21 march को क्रैश हो गया। चीन के सरकारी मीडिया सीजीटीएन की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बोइंग 737 विमान में 130 से ज्यादा लोग सवार थे और यहां गुआंग्शी इलाके के वुझोउ शहर के बाहरी हिस्से में गिरा। कहा जा रहा है कि इस हादसे के चलते पहाड़ पर आग लग गई। फिलहाल अथॉरिटीज ने बचाव दल को मौके पर भेजा है। राहत कार्य तेजी से किया जा रहा है, लेकिन अब तक हादसे की वजह सामने नहीं आ सकी है। विमान हादसे का कारण जानने के लिए ब्लैक बॉक्स की बरामदगी जरूरी है, जिसके तेजी से तलाश की जा रही है। 132 लोगों की जिंदगी के बारे में अभी कोई ऑथेंटिक जानकारी नहीं मिल सके।
6 साल पुराना एरोप्लेन
बताया जा रहा है कि हादसे का शिकार हुआ विमान 6 साल पुराना था। यह घटना स्थानीय समयानुसार दोपहर 1:11 पर हुई थी। विमान उस वक्त हादसे का शिकार हुआ, जब वह 3,225 फुट की ऊंचाई पर उड़ रहा था। विमान की दोपहर 3 बजकर 5 मिनट पर लैंडिंग होनी थी। चीन को एयरलाइन इंजस्ट्री की सेफ्टी के रिकॉर्ड के मामले में दुनिया के टॉप देशों में शुमार किया जाता है। एविएशन सेफ्टी नेटवर्क के मुताबिक चीन में आखिरी बार भीषण हवाई हादसा 2010 में हुआ था, जब एम्ब्रेयर ई-190 जेट क्रैश हो गया था। इस हादसे में कुल 44 लोग मारे गए थे, जबकि विमान में 96 लोग सवार थे।
हादसे के कारण पहाड़ पर लग गई आग
विमान में कुल 123 यात्री सवार थे, जबकि 9 लोग क्रू मेंबर थे। चाइना सेंट्रल टेलीविजन की रिपोर्ट में कहा गया है, ‘चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस का बोइंग 737 एयरक्राफ्ट तेंगशियांग काउंटी में क्रैश हुआ है, जो वुझोउ शहर के पास स्थित है। इस हादसे के चलते पहाड़ पर आग लग गई।’ ग्लोबल न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक यह विमान 2015 में आया था। इस विमान में कुल 162 सीटें होती हैं, लेकिन सवारियां थोड़ी कम थीं। इसमें 12 बिजनेस क्लास की सीटें थीं, जबकि इकॉनमी क्लास के लिए 150 सीटें इसमें हैं।