हांगकांग में कोरोना ने फिर से कहर बरपाना शुरू कर दिया है। वहां एक दिन में 83 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। अगर एक सप्ताह की बात करें तो लगभग 300 लोगों की जान कोरोना महामारी से जा चुकी है। वहां के अस्पतालों में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है। अस्पतालों और मुर्दा घरों में शवों को रखने के लिए अब तो जगह भी कम पड़ने लगी है। इस बाबत हांगकांग पब्लिक डॉक्टर्स एसोसिएशन के प्रमुख टोनी लिंग ने बताया कि पूरे शहर के अस्पतालों में दर्जनों लाशें मुर्दाघरों तक पहुंचाए जाने का इंतजार कर रही हैं। अस्पतालों के अलावा कई लोग घरों में ही दम तोड़ रहे हैं, जिनका रिकॉर्ड तक दर्ज नहीं है। ऐसे में क्षेत्र में महामारी पर नियंत्रण पाने की कोशिशें काफी कमजोर होती जा रही हैं। टोनी लिंग ने बताया कि अस्पतालों में कई लाशें लॉबी में ही पड़ी हुई हैं,जबकि मुर्दाघर पूरी तरह से भर चुके हैं। उन्होंने बताया कि अस्पताल कर्मियों और भंडारण क्षमता की इतनी कमी है कि इन लाशों को पहुंचाए जाने में अभी और समय लगेगा।
कई लोगों ने नहीं लगवाया था टीका
हांगकांग में ऐसे बुजुर्ग बड़ी संख्या में हैं, जिन्होंने टीका नहीं लगवाया है। कई लोगों ने दुष्परिणामों की वजह से टीका नहीं लगवाया तो कई लोगों ने 2021 में वायरस को नियंत्रण में रखने में हांगकांग की सफलता की वजह से नहीं लगवाया। लोगों ने सोचा कि अब हांगकांग में कोरोना नियंत्रण में आ गया है। लेकिन अब टीका नहीं लगवाने का दुष्परिणाम लोग भुगत रहे हैं। हांगकांग की आबादी करीब 74 लाख है। इसमें बूढ़ों की संख्या ज्यादा है। यह महामारी उम्रदराज लोगों पर ज्यादा असर दिखाती है। इसलिए हांगकांग में करोना अनियंत्रित होती जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि इसी तरह मौतों का सिलसिला जारी रहा तो मई के मध्य तक मरने वालों की कुल संख्या 3,206 हो जाएगी।