Dictatorship (तानाशाही) की वजह से नॉर्थ कोरिया में अचानक कोरोना विस्फोट हुआ है। इंटरनेशनल मीडिया से मिल रही जानकारी के अनुसार, यहां करीब 15 लाख लोग कोरोना पॉजिटिव हैं। 1 दिन में केवल 17 मई को यहां 2,69,510 नए कोरोना मरीज मिले है। कोरोना संक्रमण से 24 घंटे के दौरान छह लोगों की मौत हुई है। अप्रैल से अब तक 56 लोगों की संक्रमण के कारण मौत हो चुकी है। राजधानी प्योंगयांग में सभी दवा दुकानों के सामने आर्मी को तैनात किया गया है।
सड़कों पर उतारे गए हजारों सैनिक
कोरोना की जांच के लिए पर्याप्त टेस्ट किट नहीं होने के कारण स्थिति और भी बदतर होते जा रही है। नॉर्थ कोरिया में बेकाबू होते संक्रमण और लोगों में रोष भड़कने की आशंका को देखते हुए तानाशाह किम जोंग उन ने हजारों सैनिकों को सड़कों पर उतार दिया हैै। संयुक्त राष्ट्र संघ की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में नॉर्थ कोरिया और अफ्रीकी देश इरिट्रीया ने वैक्सीन नहीं ली है।
इस कारण बढ़ रहा वायरस का प्रभाव
नॉर्थ कोरिया में करीब 40% लोग कुपोषित है। इसी वजह से कोरोना वायरस के प्रभाव को बढ़ा रहे हैं। इस संकट के बीच दक्षिण कोरिया ने नॉर्थ कोरिया को मास्क, वैक्सीन और जांच किट देने की पेशकश की थी, लेकिन किम ने इनकार कर दिया।
हेल्थ सिस्टम दुनिया में सबसे खराब
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, 2.6 करोड़ की आबादी वाले नॉर्थ कोरिया का हेल्थ सिस्टम दुनिया में सबसे खराब। वहां अस्पतालों, स्पेशल केयर यूनिट, कोविड मेडिसिन और टेस्टिंग सिस्टम की भारी कमी है। इसे लेकर अमेरिका ने चेतावनी दी है कि अगर हालात जल्द नहीं सुधरे तो किम का तख्तापलट हो सकता है।
WHO के वैक्सीन लेने संबंधी सभी प्रस्ताव ठुकरा चुका है नॉर्थ कोरिया
नॉर्थ कोरिया में वायरस फैलने से पहले, किम के सामने चीन और WHO ने कोविड वैक्सीन के कई प्रस्ताव रखे थे, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया। हालांकि, देश में तेजी से संक्रमण फैलने के बाद चीन ने एक बार फिर नॉर्थ कोरिया के सामने नए प्रस्ताव रखे हैं।