New Delhi news : राजनयिक रूप से दो देशों के बीच तनाव के कई आयाम होते हैं। इधर कुछ समय से चीन और इटली के बीच तनाव की स्थिति थी लेकिन, इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी के इन दिनों का चीन दौरा चर्चा में है। मेलोनी ने चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग के साथ एक बड़ी बैठक की है। इस दौरान उन्होंने चीन के साथ तीन साल के एक्शन प्लान पर दस्तखत किए हैं। मेलोनी ने बताया कि इटली और चीन के बीच जिस को-ऑपरेशन ऑफ मेमोरेंडम पर साइन हुआ उसमें इलेक्ट्रिक मोबलिटी और रियूबल जैसे इंड्रस्ट्रियल सेक्टर शामिल हैं।
बहुपक्षीय स्तर पर महत्वपूर्ण वार्ता
मेलोनी के साथ बैठक के बाद ली कियांग ने इतालवी और चीनी व्यापार जगत के कारोबारियों को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी अर्थव्यवस्था को उन्नत करने के लिए चीन के प्रयास से उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों की मांग बढ़ेगी, जिससे दोनों देशों की कंपनियों के बीच सहयोग के अवसर बढ़ेंगे।
चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग के साथ बैठक में मेलोनी ने कहा कि हमें बहुत काम करना है और मुझे विश्वास है कि ये काम न सिर्फ वैश्विक स्तर पर बल्कि बहुपक्षीय स्तर पर भी काफी महत्वपूर्ण है।
साल 2019 से बीआरआई से था इटली का जुड़ाव
इटली चीन की बेल्ट एवं रोड परियोजना (बीआरआई) से साल 2019 में जुड़ा था और ऐसा करने वाला जी7 समूह का एकमात्र देश था। इस परियोजना से जुड़ने के बाद अमेरिका और पश्चिमी देशों ने इटली की आलोचना की थी और कहा था कि चीन उसे इस परियोजना के जरिए कर्ज के जाल में फंसाना चाहता है। मेलोनी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद दिसंबर 2023 में इटली के बीआरआई से अलग होने का फैसला किया था।