Sri Lanka (श्रीलंका) में गहराते आर्थिक संकट को लेकर आम जनता सड़क पर उतर कर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही है। इस बीच यहां के राष्ट्रपति गोटाभाया राजपक्षे ने 1 अप्रैल की रात को इमरजेंसी यानी आपातकाल का एलान कर दिया। आदेश में कहा गया है कि देश की सुरक्षा और आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति के रख-रखाव के लिए ये फैसला लिया गया है।
अंतरिम सरकार बनाने की मांग
राष्ट्रपति के इस फैसले के बाद सेना संदिग्धों को बिना किसी मुकदमे के गिरफ्तार कर सकती है और लंबे समय तक हिरासत में रख सकती है। राजपक्षे की सरकार को समर्थन दे रही 11 पार्टियों ने कैबिनेट भंग कर अंतरिम सरकार के गठन की मांग की है। इनका कहना है कि हालिया कैबिनेट बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हुई है।
परीक्षाएं अनिश्चितकाल के लिए टलीं
गौरतलब है कि देश में फ्यूल और गैस की कमी हो गई है। हालात पेट्रोल-डीजल के लिए लोगों को कई घंटों तक लाइन में लगाना पड़ रहा है। एजुकेशनल बोर्ड के पास कागज और स्याही खत्म हो गई है, जिसके बाद परीक्षाएं अनिश्चितकाल के लिए टाल दी गई हैं।