Foreign News, Indonesia (इंडोनेशिया) के पूर्वी जावा प्रांत के मलंग में एक फुटबॉल मैच के दौरान मची भगदड़ और झड़प ने 174 लोगों की जान ले ली। अन्य 180 अन्य घायल बताए जा रहे हैं। इंडोनेशियाई पुलिस ने 2 अक्टूबर को को यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, प्रांतीय पुलिस प्रमुख निको अफिंटा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि शनिवार की देर शाम कांजुरुहान स्टेडियम में अरेमा मलंग क्लब और पसेर्बाया सुरबाया के बीच मुकाबला हुआ, जिसमें अरेमा को हार का मुंह देखना पड़ा।
हारी हुई टीम के फैंस का फूटा गुस्सा
टीम की हार के बाद गुस्साए फैंस मैदान में घुस आए, जिससे आरजकता फैल गई। इस दौरान दो पुलिसकर्मियों की भी मौत हो गई है। अफिंटा ने कहा कि शुरुआती जांच में पता चला है कि ज्यादातर मौतें भगदड़ के कारण हुईं, जबकि अन्य लोगों की मौत सांस लेने में तकलीफ की वजह से हुई होगी। उन्होंने कहा, “स्टेडियम के अंदर लगभग 34 लोगों की मौत हो गई और बाकी ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा।”
फुटबॉल पिच पर जबरन घुस गए हारने वाली टीम के समर्थक
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, हारने वाली टीम के समर्थकों ने हार को स्वीकार करने से इनकार कर दिया और फुटबॉल पिच पर जबरन घुस गए, जिसके चलते उनकी पुलिस के साथ झड़प हुई और भगदड़ मच गई। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों फुटबॉल टीमों के समर्थकों ने स्टेडियम के अंदर आपस में मारपीट की और दंगा किया। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस ने आंसूगैस के गोले दागे, जिससे भीड़ में दहशत फैल गई। लोगों ने स्टेडियम छोड़ने के लिए हाथापाई की, जिससे बाहर निकलने पर भगदड़ मच गई।
आंसू गैस के गोले दागने के बाद लोगों में फैली दहशत
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों फुटबॉल टीमों के समर्थकों ने स्टेडियम के अंदर आपस में मारपीट की और दंगा किया। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस ने आंसूगैस के गोले दागे, जिससे भीड़ में दहशत फैल गई। लोगों ने स्टेडियम छोड़ने के लिए हाथापाई की, जिससे बाहर निकलने पर भगदड़ मच गई। इंडोनेशियाई खेल मंत्री जैनुद्दीन अमली ने इस घटना के लिए माफी मांगी, कहा कि मामले की जांच करेंगे और इंडोनेशियाई फुटबॉल टूर्नामेंट में आयोजकों के प्रबंधन और सुरक्षा उपायों का पुनर्मूल्यांकन करेंगे।