Foreign News : अलगाववादी सिख नेता रिपुदमन सिंह मलिक की कनाडा के
वैंकेवर में 14 जुलाई की देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह 1985 में एयर इंडिया विमान धमाके के आरोपी थे, लेकिन कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, उनके घर के पास तीन गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी। फायरिंग काफी करीब से की गई थी। उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
गोली मारने के बाद कार को जला दिया
रिपुदमन को गोली क्यों मारी गई, यह अभी तक पता नहीं चल सका है। पुलिस को आशंका है कि हमलावर कार से आए थे, फिर बाइक पर सवार होकर रिपुदमन के नजदीक गए और गोलियां चला दी। बाद में सबूत मिटाने के लिए उन्होंने कार को जला दिया। जलती कार के फुटेज सामने आए हैं। यह कार हत्या वाली जगह से कुछ दूर ही जलती मिली। रिपुदमन के परिवारवालों ने बताया, ‘जब वे कार से ऑफिस से घर जा रहे थे, तब उन पर हमला हुआ है।’
पहले खालिस्तान मूवमेंट के हिमायती थे
रिपुदमन पहले खालिस्तान मूवमेंट के हिमायती थे, लेकिन बाद में उनकी विचारधारा बदल गई थी। आखिरी समय तक वे सिख समुदाय के लोगों को अलगावादी नेताओं से दूर रहने के लिए प्रेरित करते थे। इस साल जनवरी में उन्होंने PM मोदी की तारीफ की थी। इसके साथ ही सिख समुदाय के लिए उठाए गए कदमों के लिए मोदी सरकार का आभार व्यक्त किया था। दावा किया जा रहा है कि मोदी की तारीफ करने की वजह से मलिक की हत्या की गई।