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दोस्त की दगाबाजी: चीनी कंपनियों ने पाकिस्तान को दी चेतावनी, 300 अरब नहीं चुकाए तो…

दोस्त की दगाबाजी: चीनी कंपनियों ने पाकिस्तान को दी चेतावनी, 300 अरब नहीं चुकाए तो…

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आर्थिक तंगी झेल रहे पाकिस्तान को उसके बेहद करीबी दोस्त चीन से एक तगड़ा झटका मिलने वाला है। दरअसल चीनी कंपनियों ने पाकिस्तान की सरकार को खुली चेतावनी दी है कि अगर उसने 300 अरब रुपये नहीं चुकाए गए तो वे पाकिस्तान की बत्ती गुल कर देंगी। पाकिस्तान में काम करनेवाली दो दर्जन से अधिक चीनी कंपनियों ने पाकिस्तान से स्पष्ट शब्दों में दिया है कि यदि उसे मई महीने में बकाया 300 अरब रुपए नहीं मिले तो उन्हें अपने बिजली संयंत्रों को बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। 

बैठक में पाकिस्तान के पास नहीं था कोई जवाब

आपको बताते चलें कि 30 चीनी कंपनियां बहु-अरब डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के तहत पाकिस्तान में काम करती हैं। इन कंपनियों का पाकिस्तान के ऊर्जा, संचार, रेलवे सहित अन्य विभिन्न क्षेत्रों में इनका दबदबा है। गत दिनों चीनी कंपनियों के साथ पाकिस्तान के योजना और विकास मंत्री अहसान इकबाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह मामला उठा तो पाकिस्तान के पास इसका जवाब ही नहीं था।

जल्द पैसे नहीं मिले तो बंद कर देंगे संयंत्र

पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, चीनी अधिकारियों ने इस बैठक में जटिल वीजा प्रक्रियाओं, टैक्स आदि से संबंधित कई शिकायतें पाकिस्तानी मंत्री के सामने रखीं थीं। चीनी स्वतंत्र बिजली उत्पादकों के लगभग 25 प्रतिनिधियों ने एक के बाद एक पाक मंत्री से बात की। इस दौरान उन्होंने अपना बकाया भुगतान न चुकाए जाने को लेकर उनसे शिकायत की और साथ ही चेतावनी दी कि अगर जल्द से जल्द पैसे नहीं मिले हैं तो वे कुछ ही दिनों में बिजली संयत्रों को बंद कर देंगे। 

कोयले की कीमत में 3 से 4 गुना की बढ़ोतरी

इधर, पाकिस्तान के अधिकारियों ने चीनी कंपनियों से गर्मी में चरम जरूरतों को देखते हुए बिजली उत्पादन को अधिकतम करने के लिए दबाव बनाया। इस पर चीनी कंपनियों ने कहा कि एक तो इतनी बड़ी राशि बकाया है, ऊपर से बिजली उत्पादन बढ़ाने की बात कही जा रही विशेष रूप से कोयले की कीमतों में तीन से चार गुना वृद्धि हुई है, जिसका अर्थ है कि उन्हें ईंधन की व्यवस्था करने के लिए कम से कम तीन से चार गुना अधिक पैसे दिए जाने चाहिए। कोयला उत्पादकों में से एक ने बताया कि कोयले के कम स्टॉक के कारण यह आधी क्षमता पर काम कर रहा है, लेकिन बिजली उत्पादन बढ़ाने के लिए अधिकारियों के दबाव से कुछ दिनों में ईंधन का स्टॉक समाप्त हो सकता है।

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