New Delhi news : ईरान की राजधानी तेहरान की धरती पर हमास के चीफ हनिया के मारे जाने के बाद अब सबकी नजर ईरानी हमले पर है। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक में ईरान ने कहा कि इजरायल को इस हमले की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। अब खबर है कि तेहरान से 120 किलोमीटर दक्षिण में एक ईरानी शहर क़ोम में जामकरन मस्जिद के मुख्य गुंबद के ऊपर एक लाल झंडा फहराया गया। माना जा रहा है कि ईरान ने इजरायल के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया है। लाल झंडा बदला लेने का संकेत है।
जिम्मेदार है इजराइल
ये हमला ईरान की राजधानी तेहरान में पूरा गया। इस्माइल हानिया को उसके बॉर्डीगार्ड समेत मौत के घाट उतार दिया गया। इस हमले के बाद तेहरान में सुरक्षा सख्त कर दी गई है। ईरान की सर्वोच्य सुरक्षा परिषद ने हानिया की हत्या के लिए इजरायल को जिम्मेदार बताया है।
मस्जिद को आधिकारिक महत्व
जामकरन मस्जिद क़ोम के एक उपनगर में स्थित है, जो एक पवित्र शिया शहर और ईरान का मुख्य धर्मशास्त्र शिक्षा केंद्र है। 1989 में सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के सत्ता में आने के बाद इस्लामी गणतंत्र ईरान में मस्जिद को आधिकारिक महत्व मिल गया। मस्जिद की वेबसाइट के अनुसार, सुलेमानी उस स्थल से जुड़े हुए थे और अक्सर इबादत करने के लिए वहां जाते थे।
2020 में सहम गई थी दुनिया
जामकरन मस्जिद का पिछले 30 वर्षों में काफी विस्तार किया गया। अब इसमें पांच गुंबद हैं, जो शिया इस्लाम में व्यावहारिक रूप से अस्तित्वहीन है, जहां मस्जिदों में आमतौर पर केवल एक ही होता है। 2020 में जब यहां के गुंबद पर लाल रंग का झंडा फहराया गया तो दुनिया सहम गई थी। ये वो वक्त था जब ईरान का टॉप कमांडर जनरल सुलेमानी के मारे जाने के बाद अमेरिका से बदला लेने का ऐलान कर दिया था।