Global News, Russia news, international news,vegan raw food : कहा जाता है अति सर्वत्र वर्जयेत।अति चाहे किसी भी मामले में हो, वह नुकसानदायक ही है। सेहत के नाम पर हम आज तरह-तरह के नुस्ख़े अपनाते है। लेकिन यह कई बार हमारे लिए घातक हो जाता है। शाकाहारी कच्चा आहार लेने की वकालत करने वाले बहुत मिल जाएंगे। कई मामलों कच्चा आहार अच्छा भी है, लेकिन लंबे समय तक इसका लगातार सेवन जानलेवा भी हो सकता है। रूस की रहने वाली जन्ना सैमसोनोवा की मौत सिर्फ इसलिए हो गई, क्योंकि उसने लगभग चार वर्षों तक सिर्फ कच्चा शाकाहारी आहार ही लिया। आइए जानते हैं इसके साइड इफ़ेक्ट…
सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव थीं जन्ना सैमसोनोवा
सोशल मीडिया पर जन्ना अक्सरहां कच्चा शाकाहारी डाइट लेने की बखान करते नजर आ जाती थीं। टिकटॉक से लेकर फेसबुक और इंस्टाग्राम तक हर जगह अपनी ‘रॉ फूड डाइट’ के बारे में वह बताती थी। अपने लाखों फैंस के बीच वह जन्ना दी आर्ट के नाम से मशहूर थी। सैमसोनोवा जब दक्षिण पूर्व एशिया के टूर पर थी, तभी उसकी तबीयत अचानक बिगड़ने लगी। डॉक्टर ने उसे बचाने का काफी प्रयास किया, लेकिन 21 जुलाई को वह जिंदगी की जंग हार गई। रिपोर्ट के मुताबिक रॉ फूड डाइट पर रहने की वजह से जन्ना भुखमरी का शिकार हो गई, जिससे उसकी मौत हो गई।
कई बीमारियों का जड़ भी है कच्चा आहार
जन्ना के एक दोस्त के हवाले से एक रिपोर्ट बताती है कि कुछ महीने पहले जब जन्ना श्रीलंका टूर पर गई थी, तब वह काफी थकी-थकी सी लग रही थी। उसक पैर सूज गए थे, जिसमें से लसीका निकलने लगा था। लेकिन उसने इसे हल्के में लिया और इलाज से परहेज करती रही। जन्ना पिछले चार वर्षों से पूरी तरह से कच्चा शाकाहारी आहार ले रही थी। वह सिर्फ फल, फलों से बनने वाली स्मूदी या जूस और सूरजमुखी के बीज अंकुरण का सेवन कर रही थी। यह सच है कि कच्चे शाकाहारी आहार से वजन का घटना, दिल की सेहत में सुधार और डायबिटीज का कम खतरा जैसे फायदे मिल सकते हैं, लेकिन इसके साइड इफेक्ट्स भी हैं। इस डाइट से विटामिन डी, बी 12 और कैल्शियम की कमी हो सकती है। इससे एनीमिया, नर्वस सिस्टम डैमेज, इनफर्टिलिटी और दिल की बीमारी तक हो सकती है। ऐसे में संतुलित आहार लेना ही सर्वोत्कृष्ट है।