INTERNATIONAL NEWS : चीन से भारी तनाव के बीच अमेरिकी सेना का सातवां बेड़ा ताइवान पहुंच गया है। ताइवान जलडमरूमध्य में दो अमेरिकी युद्धपोतों के आने के बाद चीन की सक्रियता भी काफी हद तक बढ़ गयी है। अमेरिका के जवाब में चीन ने भी अपने आठ युद्धपोत और 23 लड़ाकू विमानों को तैनात कर दिया है। इस तरह से उपजे तनाव के बीच फ्रांस और जर्मनी भी खासा सक्रिय हो गए हैं।
ताइवान पर दबाव बढ़ा रहा था चीन
गौरतलब है कि अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद चीन ने ताइवान के समुद्री क्षेत्र के आसपास अपने युद्धपोतों की तैनाती कर ताइवान पर दबाव बढ़ाना प्रारंभ कर दिया था। अमेरिका इस मामले में खुलकर ताइवान के साथ खड़ा है। चीन को काउंटर करने के लिए ही अमेरिकी सेना के सातवें बेड़े से जुड़े दो युद्धपोत यूएएस एंटीटैम और यूएएस चांसलर विले ताइवान के समुद्री क्षेत्र में पहुंच गए हैं।
दोनों युद्धपोतों को प्रलयंकारी माना जाता है
अमेरिकी सेना के सातवें बेड़े में शामिल दोनों युद्धपोतों को दुनिया का सबसे भीषण और प्रलयंकारी माना जाता है। दूसरे विश्व युद्ध में अमेरिका का यह सातवां बेड़ा अपनी ताकत का प्रदर्शन कर चुका है। वैसे अमेरिकी सैन्य सूत्रों के अनुसार सातवें बेड़े का यह नियमित आवागमन है। इसके तहत दोनों युद्धपोत यूएएस एंटीटैम और यूएएस चांसलर विले ताइवान जलडमरूमध्य से होकर गुजरे हैं।