जापान ने धरती से चांद तक बुलेट ट्रेन चलाने की योजना बनाई है। इसके लिए जापान एक महापरियोजना पर काम कर रहा है। इसके अंतर्गत धरती से चांद तक बुलेट ट्रेन चलाने का प्रस्ताव है। जापान के वैज्ञानिकों ने पहले इस बुलेट ट्रेन को चंद्रमा तक ले जाने की योजना बनाई है। यदि जापान बुलेट ट्रेन को चंद्रमा तक ले जाने में सफल रहता है, तो इसका अगला चरण और अधिक महत्वाकांक्षी है। इसके बाद जापान मंगल ग्रह तक बुलेट ट्रेन ले जाने की योजना बनाएगा।
मंगल पर धरती जैसा कृत्रिम वातावरण तैयार करेगा
जापान के वैज्ञानिकों ने मंगल ग्रह पर ग्लास हैबिटेट बनाने पर भी विचार कर रहा है। इसके तहत जापान मंगल पर पृथ्वी जैसा कृत्रिम वातावरण बनाएगा। इसके बाद इंसान वहां रह सकेंगे और उन पर मंगल के वातावरण का कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। दरअसल, कम गुरुत्वाकर्षण वाले स्थानों पर इंसानों की मांसपेशियां और हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। इस कृत्रिम वातावरण में इसी समस्या का समाधान खोजा जाएगा।
शोधकर्ताओं ने परियोजना का नाम दिया दो ग्लास
महापरियोजना पर काम करनेवाले क्योटो विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों का कहना है कि स्पेस बुलेट ट्रेन के लिए हेक्सागॉन स्पेस ट्रैक सिस्टम नामक प्रणाली तैयार की जाएगी। शोधकर्ताओं का यह भी कहना है कि यह स्पेस ट्रेन पृथ्वी, चंद्रमा और मंगल के बीच यात्रा करते समय अपना गुरुत्वाकर्षण पैदा करेगी। कृत्रिम वातावरण निर्माण परियोजना को जापानी शोधकर्ताओं ने द ग्लास नाम दिया है। जापानी वैज्ञानिक चांद पर एक 1,300 फीट की संरचना बनाने की महत्वाकांक्षी योजना पर काम कर रहे हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि इसे अंतिम रूप तक पहुंचने में 100 साल लगेंगे।