अफगानिस्तान में लड़कियों के स्कूल बंद करने और उन्हें उच्च शिक्षा से वंचित करने के तालिबानी फैसले से अमेरिका खासा नाराज हो गया है। उसने दोहा में तालिबान के साथ होने वाली बैठकों को रद कर दिया है। अमेरिकी विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने मीडिया को बताया कि इस्लामिक शासन द्वारा लड़कियों के माध्यमिक विद्यालयों को बंद करने का फैसला करने के बाद दोहा में तालिबान के साथ नियोजित बैठकें रद कर दी गई हैं। उन्होंने बताया कि आगे होने वाली तालिबान के साथ सभी बैठकों को भी फिलहाल रद्द कर दिया गया है।
लड़कियों की उच्च शिक्षा पर रोक हटाये तालिबान
अमेरिका के विदेश सचिव एंटनी ब्लिंकन ने लड़कियों के लिए माध्यमिक विद्यालयों को बंद करने पर तालिबान की आलोचना की और प्रतिबंध के समर्थन में दी गई उसकी दलील को खारिज कर दिया। ब्लिंकन ने कहा कि शिक्षा मानव का अधिकार है। तालिबान ने वादा किया था कि लड़कियों को सभी स्तर की शिक्षा की अनुमति दी जाएगी। वह अपने वादों से मुकर गया है। लड़कियां व महिलाएं माध्यमिक स्कूलों में पहुंच रही हैं और उन्हें यह कहते हुए लौटा दिया जा रहा है कि अगली सूचना तक वे स्कूल न आएं।’ उन्होंने कहा कि अमेरिका उन लड़कियों व उनके परिवारों के साथ है, जो शिक्षा को अफगानिस्तान की तरक्की और संपन्नता का जरिया मानते हैं।
श्रम मंत्रालय के 16 निदेशकों को हटाया
अफगानिस्तान के श्रम व सामाजिक मामलों के मंत्रालय के सोलह निदेशकों को हटा दिया गया है। उनकी जगह उन लोगों की नियुक्ति की गई है, जिन्होंने दीनी तालीम ले रखी है। पाकिस्तान के मीडिया में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, बर्खास्त किए गए सभी 16 निदेशकों के पास या तो मास्टर या स्नातक की डिग्री है। तालिबान के वरिष्ठ अधिकारियों ने इनकी जगह अपने उन रिश्तेदारों को नियुक्त किया है जिनके पास कोई डिग्री है। इस बीच स्थानीय मीडिया के मुताबिक तालिबान ने पकतिया प्रांतीय पुलिस के पूर्व उपप्रमुख मुहम्मद चारगंद जादरान को गिरफ्तार कर लिया।