Breaking news, National top news, national news, national update, national news, new Delhi top news, global News, international news, Tehran news, Iran news : भारत की विदेश नीति का प्रभाव अपनी कूटनीति को लेकर है। किसी भी देश में भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा की रणनीति चाक-चौबंद तरीके से बनाता है। गौरतलब है कि अरब सागर में मौजूद वो जहाज जिसे ईरान ने अपने कब्जे में लिया था, उस पर 17 हिंदुस्तानी सवार थे। अब खबर आई है कि सभी के सभी भारतीयों को अब ईरान ने आजाद कर दिया है।
… और 17 भारतीय नागरिकों की रिहाई पक्की हो गई
लंबे संघर्ष और बातचीत के कई दौर के बाद पूरे 17 भारतीय नागरिकों की रिहाई पक्की हो गई है। भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से लगातार ईरान के साथ संपर्क साधा गया था। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने खुद अपने समकक्ष ईरानी विदेश मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियन के साथ कई बार फोन पर बातचीत की। इस बातचीत में शिप पर सवार भारतीयों की सुरक्षा को लेकर जानकारी हासिल की गई। उनकी रिहाई को लेकर ईरान से बात भी की थी। ईरान ने कहा है कि उसने पुर्तगाली ध्वज वाले मालवाहक जहाज एमएससी एरीज़ के सभी चालक दल के सदस्यों को रिहा कर दिया है, जिसके 25 चालक दल में से 17 भारतीय थे। रानी रीडआउट के अनुसार, ईरानी विदेश मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियन ने अपने एस्टोनियाई समकक्ष मार्गस त्साहकना के साथ फोन पर बातचीत के दौरान जहाज के चालक दल की रिहाई का उल्लेख किया। इजरायल से जुड़े कंटेनर जहाज के 17 भारतीय चालक दल के सदस्यों में से एकमात्र महिला कैडेट एन टेसा जोसेफ को 13 अप्रैल को ईरान की सेना द्वारा टैंकर को जब्त करने के कुछ दिनों बाद रिहा कर दिया गया था।
ईरान ने मानवीय आधार पर रिहा कर दिया
ईरान ने मानवीय आधार पर पहले ही जहाज के सभी चालक दल के सदस्यों को रिहा कर दिया है, और यदि जहाज के कप्तान उनके साथ जाते हैं, तो एस्टोनियाई सहित चालक दल अपने देश लौट सकते हैं। ईरानी सेना द्वारा जहाज को जब्त करने के कुछ घंटों बाद, व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा था कि जहाज के चालक दल में भारतीय, फिलिपिनो, पाकिस्तानी, रूसी और एस्टोनियाई नागरिक शामिल थे।