अपनी कट्टरपंथी सोच के लिए जाने जाने वाला तालिबान फिलहाल अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज है। वह दिन प्रतिदिन अपनी चरमपंथी सोच को उजागर करता जा रहा है। अब तालिबान ने मीडिया को धमकी दे डाली है। उसने का स्पष्ट शब्दों में कह दिया है कि वह अब अपनी और आलोचना बर्दाश्त नहीं करेगा। ऐसा जो भी करने की कोशिश करेगा उसे वह कड़ी सजा देगा। तालिबान की इस धमकी के बाद अफगानिस्तान में मीडिया के लोगों में भय का माहौल व्याप्त हो गया है।
देश के लोक सेवकों की भी नहीं कर सकते आलोचना
अफगानिस्तान की हुकूमत पर काबिज होने के बाद से ही तालिबान नए-नए आदेश जारी करते रहता है। वह अपनी सोच के अनुसार धीरे-धीरे ही सही अपना कानून लोगों पर थोपना जा रहा है। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने अपने नेता मुल्ला हेबतुल्लाह अखुंदजादा द्वारा दिए गए निर्देश को जारी करते हुए इन दिशा-निर्देशों को मीडिया के लिए शरिया जिम्मेदारी करार दिया है। तालिबान ने कहा है कि बिना किसी प्रामाणिकता के ‘इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान’ के विद्वानों और लोकसेवकों की आलोचना करने वालों को दंडित किया जाएगा।
मीडिया के लोगों में भय का माहौल व्याप्त
बताते चलें कि तालिबान पर मानवाधिकारों के घोर उल्लंघन के आरोप लगते रहे हैं। अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज होने के बाद से अक्सर लड़कियों की शिक्षा और महिला अधिकारों पर अपने रुख के लिए आलोचना का सामना करना पड़ता है। अब लगातार इस तरह की आलोचना से परेशान तालिबान ने फिर से फरमान सुना दिया है। तालिबान के इस आदेश के बाद अफगानिस्तान में भय का माहौल व्याप्त है।