पाकिस्तान में विपक्ष की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव से इमरान परेशान और बेचैन हो चुके हैं। मतदान से पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को इस्लामाबाद में शक्ति प्रदर्शन किया। खान ने एक विशाल रैली बुलाई जिसमें विभिन्न शहरों से बड़ी संख्या में उनके समर्थक जमा हुए। इमरान खान ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने पाकिस्तान की बेहतरी के लिए सियासत में कदम रखा था। इसके साथ ही इमरान खान ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई और विपक्ष के नेताओं को भ्रष्ट बताते हुए उन पर जोरदार हमला बोला।
रैली के जरिए किया शक्ति प्रदर्शन
आइएएनएस के मुताबिक परेड मैदान में विशाल रैली को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि चाहे उनकी जान या सरकार चली जाए, वह भ्रष्ट नेताओं को कभी माफ नहीं करेंगे। रैली के माध्यम से इमरान खान ने ऐसे समय में शक्ति प्रदर्शन किया है जब विपक्षी की तरफ से उनकी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर सोमवार को मतदान होना है। सियासी समीकरण बता रहे हैं कि इमरान सरकार का बचना मुश्किल है।
विपक्षी नेताओं पर खूब किए हमले
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और बिलावल भुट्टो जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के तीन बड़े नेताओं पर हमला बोलते हुए इमरान ने कहा कि ये तीन चूहे देश को पिछले तीन दशक से लूट रहे हैं। ये तीनों पहले दिन से ही उनकी सरकार को अस्थिर करने की कोशिशों में भी लगे हैं। हालांकि, इमरान ने उन नेताओं के नाम नहीं बताए, जिनका जिक्र उन्होंने तीन चूहों के तौर पर किया।
पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को भी नहीं छोड़ा
पीएम इमरान ने कहा कि राष्ट्रीय सुलह अध्यादेश (एनआरओ) के जरिये ये तीनों चूहे एक-दूसरे को बचाते हैं। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ पर हमला बोलते हुए कहा कि पूर्व सैन्य तानाशाह ने अपनी सरकार बचाने के लिए विपक्ष के सामने घुटने टेक दिए उन्हें एनआरओ सौंप दिया। मुशर्रफ ने एनआरओ के जरिये देश को उथल-पुथल कर दिया।
भ्रष्ट नेताओं के साथ है विपक्ष
एएनआइ के अनुसार इमरान ने कहा कि विपक्षी दल भ्रष्टाचार में लिप्त नेताओं और राजनीतिक कार्यकर्ताओं के लिए माफी की मांग करते हैं। परंतु, भले ही उनकी सरकार चली जाए या फिर उनकी जान ही क्यों न चली जाए, वो न तो किसी के सामने झुकेंगे और न ही किसी भ्रष्ट को माफ करेंगे।
अपनी पार्टी के सांसदों की सराहना की
इमरान ने अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसान (पीटीआइ) के सांसदों की प्रशंसा करते हुए इमरान ने कहा कि इन नेताओं ने उनकी सरकार के खिलाफ मतदान करने के लिए विपक्षी की तरफ से घूस की पेशकश ठुकरा दी। विपक्षी दलों ने उन्हें भी ब्लैकमेल करने की कोशिश की।