Pakistan(पाकिस्तान) में विपक्ष की एकजुटता और अविश्वास प्रस्ताव के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान की कुर्सी संकट में है। उनकी सत्ता जा भी सकती है, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है। भले सच्चाई जो हो। इस बीच इमरान खान सरकार में सूचना और प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने यह बड़ा आरोप लगाया है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से काठमांडू में एक गुप्त मीटिंग की थी। चौधरी ने ये भी कहा कि शरीफ भारत से डरते थे और उन्होंने अपने मंत्रियों से भारत के खिलाफ बयानबाजी न करने को कहा था। शरीफ और मोदी की सीक्रेट मीटिंग का आरोप पाकिस्तान की सियासत में पहले भी लगाया जाता रहा है।
मोदी नवाज के घर ऐसे ही नहीं गए थे
जानकारी के अनुसार, फवाद चौधरी इमरान के बेहद करीबी माने जाते हैं। 10 मार्च की रात उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और पूरे विपक्ष पर बेहद गंभीर आरोप लगाए। इसी दौरान कहा- नवाज शरीफ भारत से डरते थे। उन्होंने अपने मंत्रियों से साफ ऑर्डर दिए थे कि भारत के खिलाफ बयानबाजी न की जाए। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्होंने काठमांडू में सीक्रेट मीटिंग की थी। अगर ये आरोप गलत हैं तो इतने साल बाद भी किसी ने इसका खंडन क्यों नहीं किया। मोदी नवाज के घर शादी में ऐसे ही नहीं आ गए थे। मोदी और शरीफ के बीच दोस्ताना रिश्ते हैं।
एक भारतीय पत्रकार की किताब में दावा
मोदी 2014 में प्रधानमंत्री बने। इसी साल नेपाल की राजधानी काठमांडू में सार्क सम्मेलन हुआ था। एक भारतीय पत्रकार की किताब में दावा किया गया था कि सार्क सम्मेलन के दौरान ही नवाज और मोदी ने एक घंटे तक सीक्रेट बातचीत की थी। मीटिंग का ऑर्गनाइजर एक भारतीय कारोबारी और पूर्व सांसद था। मीटिंग काठमांडू के एक बड़े होटल में हुई थी। मीटिंग से जुड़े ये आरोप 2018 में भी लगे थे। तब इमरान चुनावी मैदान में थे और बाद में प्रधानमंत्री बने।
मोदी या नवाज का कोई बयान नहीं
इस विषय को लेकर आज तक मोदी या शरीफ और उस कारोबारी ने कभी कोई बयान नहीं दिया। 2015 में भारतीय विदेश मंत्रालय के तब के प्रवक्ता विकास स्वरूप से भी यह सवाल किया गया था, लेकिन उन्होंने कोई भी कमेंट करने से इनकार कर दिया था।