रूस- यूक्रेन के बीच चल रहे भीषण युद्ध में अब यूक्रेन भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। एक और रूस जहां लगातार बमबारी कर यूक्रेन को तबाह करने में जुटा है, वहीं यूक्रेन भी जवाबी कार्रवाई में अब पीछे दिखाई नहीं दे रहा है। नाटो समेत अमेरिका से मदद मिलने के बाद अब यूक्रेन के हौसले भी बुलंद हो चले हैं। वह अब यूज में रक्षात्मक नीति अपनाने की बजाय आक्रामक रणनीति अपना रहा है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन ने रूस-यूक्रेन सीमा पर रूस के सीमावर्ती इलाकों पर हमला तेज कर दिया है। इसके परिणाम स्वरूप रूस भी चौकन्ना हो गया है। यूक्रेन के आक्रामक हमलों को देखते हुए रूस ने यूक्रेन सीमा से सटे दो गांव खाली करा लिये हैं।
रूस के सीमावर्ती क्षेत्रों पर हमला कर रहा यूक्रेन
हाल के कुछ दिनों में स्थितियां बदली हैं। अब यूक्रेन लगातार रूस के सीमावर्ती इलाकों पर हमले कर रहा है। यूक्रेन की सेनाओं ने रूस का एक युद्धपोत भी उड़ा दिया है। यूक्रेन के आक्रामक तेवरों को देख रूस ने सीमावर्ती गांवों को खाली कराना शुरू कर दिया है। गुरुवार को दो गांव खाली कराए गए। अगले कुछ दिनों में इनकी संख्या बढ़ सकती है। रूस और यूक्रेन के इस घमासान के बीच रूस ने यूक्रेन के तीस नागरिकों को रिहा करने के आदेश दिये हैं। ये नागरिक युद्ध के दौरान बंदी बनाए गए थे।
फिनलैंड, स्वीडन भी हो सकते हैं नाटो में शामिल
इधर, फिनलैंड और स्वीडन के नाटो में शामिल होने की संभावना पर रूस ने तीव्र प्रतिक्रिया जाहिर की है। रूस का कहना है कि यदि स्वीडन और फिनलैंड नाटो में शामिल होने का फैसला करते हैं, तो रूस अपनी सुरक्षा प्रणाली और मजबूत करने को विवश होगा। ऐसा होने पर रूस ने परमाणु हथियार तैनात करने की चेतावनी भी दी है।