Russia (रूस) ने 12 मार्च को युद्ध के 17 वें दिन यूक्रेन की राजधानी कीव और उसके पास के इलाकों में हमले तेज कर दिए हैं। अंतरराष्ट्रीय मीडिया की खबरों से ऐसी जानकारी मिल रही है कि रूस हमले में वैकम बम का भी इस्तेमाल करना शुरू कर चुका है। गौरतलब है कि रूस के खिलाफ पश्चिमी देशों द्वारा नकेल कसने के लिए लगातार प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। इसके पलटवार में रूस भी कड़े एक्शन ले रहा है। रूस ने धमकी देते हुए कहा है कि पश्चिमी देशों की तरफ से लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन क्रैश हो सकता है। दूसरी तरफ अमेरिका ने रूस को धमकी दी है कि अगर उसने थर्मोबेरिक कैमिकल वेपन्स इस्तेमाल किए तो इसकी बहुत भारी कीमत चुकानी होगी।
रूस और अमेरिका पिछले 24 वर्षों से एक साथ कर रहे काम
अमेरिका और रूस पिछले 24 साल से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के रखरखाव के लिए एक साथ काम कर रहे हैं। यहां दोनों के तालमेल से 21वीं सदी की कई महत्वपूर्ण खोजें भी हुई हैं, लेकिन यूक्रेन युद्ध ने हालात को बिल्कुल बदल दिया है। रूस की धमकी के बाद अमेरिकी एस्ट्रोनॉट मार्क वंदे हेई दो अन्य रूसी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ कजाकिस्तान में उतरने का प्लान कर रहे हैं।
दो पार्ट में बटा इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन को दो हिस्से में डिवाइड किया गया है। एक हिस्से को रूस ऑपरेट करता है, तो दूसरे को अमेरिका। 1998 में रूस और अमेरिका के एस्ट्रोनॉट ने एक साथ इस स्पेस स्टेशन में कदम रखा था। तब से ही दोनों के बीच साझेदारी जारी है।