War (जंग) के पांचवें दिन 28 फरवरी को रूस (Russia) ने यह स्पष्ट रूप से एलान कर दिया है कि वह 36 देशों की फ्लाइट्स (Flights) को बैन कर रहा है। इसमें ब्रिटेन (UK) और जर्मनी (Germany) भी शामिल हैं। इससे पहले कई देशों ने यूक्रेन (Ukraine) में रूस (Russia) की घुसपैठ के बाद रूसी विमानों (Russian Flights) को प्रतिबंधित कर दिया था। रूस की सिविल एविएशन अथॉरिटी ने कहा कि वो यूरोपीय देशों की तरफ से रूस की ओर से चलाई जा रही एयरलाइंस और रूस में रजिस्टर्ड एयरलाइंस के सिविल जहाजों पर लगाए गए प्रतिबंधों के जवाब के तौर पर इन विमानों को प्रतिबंधित कर रहा है। इंटरनेशनल न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, इन एयरलाइंस को रूसी एयरस्पेस में केवल एक विशेष परमिट से ही घुस पाएंगी। इन प्रतिबंधों का मतलब है कि इन एयरलाइंस को कुछ मार्गों पर दूसरा लंबा रास्ता लेकर जाना पड़ेगा। इससे एयरलाइन के टिकट की कीमत भी बढ जाएगी।
EU ने रूसी एयरक्राफ्ट को किया था बंद
पिछले हफ्ते रूस ने ब्रिटेन की एयरलाइंस को बैन कर दिया था। इससे पहले ब्रिटेन ने रूस की फ्लैगशिप एयरलाइन एयरोलॉफ्ट (Aeroflot) और प्राइवेट जेट्स को बैन कर दिया था। यूरोपियन यूनियन ने 27 फरवरी को को घोषणा की थी कि वो रूसी एयरक्राफ्ट्स और प्राइवेट स्पेस के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था।
यूक्रेन ने की यूएन की सदस्यता की मांग
इस बीच 28 फरवरी को यूक्रेन ने अपने देश के लिए यूरोपियन यूनियन (European Union) की तत्काल सदस्यता की मांग की। 44 साल के यूक्रेनी प्रेसिडेंट जेलेंस्की ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘हम यूरोपियन यूनियन से एक विशेष प्रक्रिया के तहत यूक्रेन को तत्काल सदस्यता दिए जाने की अपील करते हैं। ‘ उन्होंने कहा, ‘हमारा लक्ष्य सभी यूरोपियंस के साथ रहना है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि समान स्तर पर रहना है। मुझे विश्वास है कि यह उचित है। मुझे यकीन है कि यह संभव है।’