Russia (रूस) Ukraine (यूक्रेन) के बीएच 12 मार्च को जंग 17वें दिन में प्रवेश कर चुकी है। रूस तमाम प्रतिबंधों और विरोधों के बावजूद अपनी रणनीति से पीछे हटने को राजी नहीं है। दुनिया के तमाम देश तथा अनेक ग्लोबल कंपनियों ने आर्थिक प्रतिबंध के तहत कड़े से कड़े कदम उठाए हैं, लेकिन इन चीजों का रूस पर कोई असर नहीं हो रहा है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया से आ रही खबरों से पता चल रहा है कि रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव सहित अन्य प्रमुख शहरों में फौज की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ हमले को और तेज कर दिया है। इस बीच प्रतिबंधों के दायरे को बढ़ाया भी जा रहा है। खबरों के मुताबिक 11 मार्च की देर रात को संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोपीय संघ और अन्य G7 देशों ने रूस पर अपने आर्थिक प्रतिबंधों को और बढ़ा दिया है। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अमेरिका सहित अन्य देशों की ओर से सामूहिक रूप से नयी कार्रवाइयां अब रूसी अर्थव्यवस्था को और अधिक प्रभावित करेंगी। बता दें कि रूस का यूक्रेन पर हमले के बाद से रूसी रूबल और शेयर बाजार पर काफी बुरा असर पड़ा है। रूस के व्यापार विशेषाधिकारों पर भी प्रतिबंध लगाने की चर्चा भी तेज है।
अमेरिका ने रूसी सी फूड (seafood), वोदका (vodka) और हीरे के आयात पर भी प्रतिबंध की घोषणा की है।
अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव
रायटर्स की खबर के अनुसार, बाइडेन ने कहा है कि हमारे प्रतिबंधों से रूसी अर्थव्यवस्था पर काफी नकारात्मक असर पड़ा है। रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों में कई चीजें शामिल हैं। इनमें रूस को निर्यात होने वाले वो सामान शामिल हैं, जिन्हें रूस का उच्च वर्ग उपयोग में लाता है। इसके साथ ही यूरोपीय संघ रूस से लौह और इस्पात क्षेत्र के सामान के आयात पर भी प्रतिबंध लगाएगा। यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन (Ursula von der Leyen ) ने कहा कि यूरोपीय संघ अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक सहित प्रमुख बहुपक्षीय संस्थानों के रूस के सदस्यता अधिकारों को निलंबित करने और क्रिप्टो-परिसंपत्तियों के उपयोग पर नकेल कसने के लिए भी काम कर रहा है।