Russia (रूस) और Ukraine (यूक्रेन) के बीच युद्ध के 25वें दिन में प्रवेश करने के साथ यह खबर भी अंतरराष्ट्रीय मीडिया की ओर से आ रही है कि रूसी आर्मी यूक्रेन के लोगों का अपहरण कर रही है। उन्हें अपने देश के लिए बंधुआ मजदूर बनाने में जुट गई है। यूक्रेन के अधिकारियों ने रूसी सेना पर मारियुपोल से 4500 लोगों के अपहरण का आरोप लगाया है। यूक्रेन का कहना है कि इन नागरिकों को रूसी सेना अपनी सीमा में ले गई है और उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए हैं। इनसे बंधुआ मजदूरी कराने की तैयारी है। इस दावे से पहले रूस ने कहा था कि यूक्रेनी नागरिकों ने उसके यहां शरण मांगी है। वह यूक्रेन में आम लोगों को सभी तरह की सहायता देने की कोशिश कर रहा है।
लोगों को जबरन ले गई रूसी आर्मी
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, मारियुपोल के मेयर के असिस्टेंट पायोत्र आंद्रेयूस्चेंको ने 19 march को कहा कि रूसी सेना हमारे शहर के 4000 से 4500 नागरिकों को जबरन ले गई है। इन सभी को साउथ-वेस्ट रूसी शहर टैगान्रोग में रखा गया है। हालांकि, यूक्रेन में जंग के कारण फैली अव्यवस्था के बीच आंद्रेयूस्चेंको के दावे को वैरीफाई करने का कोई तरीका नहीं है, लेकिन न्यूयॉर्क टाइम्स का कहना है कि हाल ही में शहर छोड़कर भागने वालों के बयान से उसका आरोप सही साबित हो रहा है।
एक स्कूल में रखे जाने की तस्वीर
रॉयटर्स न्यूज एजेंसी ने यूक्रेन के शहर मारियुपोल से निकाले गए लोगों को रूस के रोस्तोव रीजन में टैगान्रोग शहर के एक स्कूल में रखे जाने की तस्वीर जारी की है। इस तस्वीर में कहा गया है कि इन सभी के लिए स्कूल में टेंपरेरी शेल्टर होम बनाया गया है। हालांकि, रॉयटर्स ने वहां उन्हें बंधुआ मजदूर बनाए जाने जैसे किसी हालात का जिक्र नहीं किया है।