Russia(रूस) और Ukraine(यूक्रेन) के बीच जंग 24 मार्च को 29 वें में प्रवेश कर चुका है। अब तक रूस की आक्रामकता में कमी का कोई संकेत नहीं मिल रहा है। उसका मिशन मूड और मोड अपने तरीके से आगे बढ़ रहा है। शांति प्रयास के अब तक के कदम अप्रभावी दिख रहे हैं। इंटरनेशनल मीडिया की खबरों के अनुसार, रूस ने यूक्रेन की मानवीय स्थिति को लेकर यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल यानी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में ड्राफ्ट पेश किया था। भारत ने एक बार फिर तटस्थता (Neutrality) की नीति (Policy) को कायम रखते हुए वोटिंग से खुद को अलग रखा। भारत समेत 13 देशों ने इस ड्राफ्ट पर वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। चीन और रूस ने इसका सपोर्ट किया।
रूस से डरा इजरायल
दूसरी तरफ ने इजराइल रूस की नाराजगी के डर से यूक्रेन को जासूसी साफ्टवेयर पेगासस स्पाइवेयर देने से इनकार कर दिया है। NATO ने यूक्रेन को न्यूक्लियर, केमिकल, बायोलॉजिकल और रेडियोलॉजिकल हमले से बचने के लिए जरूरी इक्विपमेंट भेजने की बात कही है।
कुछ इंपॉर्टेंट अपडेट्स
द इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक, राजधानी कीव में रूसी सेना की गोलीबारी में रूसी पत्रकार ओक्साना बौइला की मौत हो गई।
यूक्रेन युद्ध को लेकर फेक न्यूज फैलाने के आरोप में रूस ने अपने यहां से गूगल न्यूज सर्विस को बैन कर दिया।
यूक्रेन की उप प्रधानमंत्री ने बताया कि बुधवार को ह्यूमन कॉरिडोर के जरिए मारियुपोल से 4,554 लोगों को निकाला गया।
यूक्रेन का आरोप है कि रूसी सेनाएं कई इलाकों में जानबूझकर कृषि मशीनरी को बरबाद कर देती हैं।
यूक्रेन के कृषि मंत्री रोमन लेशचेंको ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अब तक इस्तीफे की वजह पता नहीं चल सकी।