Russia (रूस) और Ukraine (यूक्रेन) के बीच जंग 30 मार्च को 35वें दिन में प्रवेश कर चुका है। शांति वार्ता से आशा के बावजूद रूसी सेना लगातार यूक्रेनी शहरों में बमबारी कर रही है। इससे तमाम शहर खंडहर में तब्दील हो चुके हैं। International Media से मिल रही खबरों के अनुसार, इसी बीच मायकोलाइव में रूस की Army ने रीजनल एडमिनिस्ट्रेटिव हेडक्वार्टर की बिल्डिंग पर रॉकेट अटैक किया है। इस हमले में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई। 33 अन्य लोगों के घायल होने की खबर है।
रूसी हमले कम करने को अमेरिका ने बताया रीडिप्लॉयमेंट की नयी रणनीति
रूस के हमला कम करने के फैसले के बाद ने यूक्रेन की राजधानी कीव से सैनिक पीछे हटाने लगे हैं, लेकिन अमेरिका ने इससे उलट दावा किया है। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि कीव के आसपास दिख रही रूसी सेना की मूवमेंट, उसकी वापसी का नहीं, बल्कि रीडिप्लॉयमेंट यानी सैनिकों की नए सिरे से तैनाती का संकेत दे रही है।
कुछ इंपॉर्टेंट अपडेट्स
यूक्रेन के परमाणु सुविधाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और इसमें होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए इंटरनेशनल एटामिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) कीव को तकनीकी सहयोग देगा।
प्रतिबंधित कंटेंट को नहीं हटाने जाने पर रूस ने गूगल के खिलाफ दो मामले दर्ज किए हैं।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने यूक्रेन में मानवीय संघर्ष विराम की अपील की है, जिससे लोगों तक जरूरी सामान की आपूर्ति की जा सके।
यूक्रेन में नुकसान की स्थिति
रूस का दावा है कि उसकी सेना ने यूक्रेन के 123 एयरक्राफ्ट्स, 74 हेलिकॉप्टर्स को तबाह कर दिया है। इसके अलावा 309 मानव रहित विमान, 172 मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम, 1568 स्पेशल मिलिट्री ऑटोमोटिव इक्विपमेंट्स, 721 फील्ड आर्टिलरी व मोर्टार्स, 1721 टैंक और अन्य बख्तरबंद वाहनों को भी तबाह किया है।
UN ने मुताबिक, रुसी हमले में सबसे ज्यादा तबाह हुए मारियुपोल शहर में अब तक 210 बच्चों की मौत हो चुकी है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने डेनिश संसद को किया संबोधित
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने 29 मार्च को को कहा कि मारियुपोल की रूसी घेराबंदी मानवता के खिलाफ अपराध है। उन्होंने एक वीडियो संबोधन में डेनिश संसद से कहा- रूसी सैनिक मारियुपोल में जो कर रहे हैं, वह मानवता के खिलाफ एक अपराध है, जो वास्तविकता में पूरी दुनिया के सामने हो रहा है। जेलेंस्की ने आरोप लगाया कि शेल्टर्स में नागरिकों के छिपे होने की जानकारी होने के बावजूद रूसी बलों ने उन्हें उड़ा दिया।