Russia (रूस) और Ukraine (यूक्रेन) के बीच हमले के आठवें दिन 3 मार्च को एक नए डेवलपमेंट का संकेत दुनिया के सामने उभर कर आया। सर्वविदित है कि हमले के बाद यूक्रेन को कई देशों का समर्थन मिल रहा है। इसकी वजह से रूस का आक्रोश परवान चढ़ रहा है। विदित हो कि 30 से ज्यादा देशों ने रूस के लिए एयर स्पेस बंद कर दिए हैं। इसके जवाब में अब रूस ने अपने स्पेस रॉकेट से अमेरिका, जापान और ब्रिटेन का फ्लैग हटा दिया है। महत्वपूर्ण बात यह है कि रूस ने इंडियन फ्लैग को नहीं हटाया है, क्योंकि भारत ने रूस का विरोध नहीं किया है। उसने शांति से युद्ध की समस्या के समाधान पर जोर दिया है। रूसी स्पेस एजेंसी रोस्कोस्मोस के प्रमुख दिमित्री रोगोजिन ने सोशल मीडिया पर रूसी स्पेस रॉकेट का वीडियो शेयर किया है।
वीडियो में दिख रहा भारत का तिरंगा
वीडियो में देखा जा सकता है कि रूसी स्पेस रॉकेट से कई देशों के फ्लैग्स को हटाया जा रहा है, जबकि भारत का झंडा रॉकेट पर बरकरार है। वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, ‘बैकोनूर में हमारी टीम ने फैसला किया कि हमारा रॉकेट कुछ देशों के झंडे के बिना बेहतर दिखेगा।’ कजाकिस्तान के बैकोनूर में रूस ने रॉकेट लॉन्च पैड बनाया है।
सेटेलाइट लॉन्चिंग कार्यक्रम को रूसी space एजेंसी ने किया स्थगित
रोस्कोस्मोस रूसी स्पेस एजेंसी दुनिया के सबसे बड़ी स्पेस एजेंसी में से एक है, जहां से रूसी रॉकेट लॉन्च किया जाता है। रोस्कोस्मोस 4 मार्च को 3 दर्जन वनवेब इंटरनेट सेटेलाइट लॉन्च करने वाला था, लेकिन इंटरनेशनल मीडिया से अब यह जानकारी मिल रही है कि जब तक कि वनवेब कंपनी रोस्कोस्मोस की नयी मांगों को पूरा नहीं करती है, तब तक रूसी एजेंसी इस सेटेलाइट को लॉन्च नहीं करेगी। वनवेब इंटरनेट एक कम्युनिकेशन सेटेलाइट कंपनी है जो ब्रिटिश सरकार की देखरेख में काम करती है।