Yoga is part of life, it’s way of life. Why any one hate. आज के वक्त में योग दुनिया को रास्ता दिखा रहा है। जीवन को संयमित और संतुलित बना रहा है। फिर किसी को इससे नफरत क्यों, भले वह कट्टरपंथी ही क्यों ना हो। योग कर रहे लोगों पर हमला विश्वस्तरीय चिंता का विषय है। ऐसा विश्व योग दिवस के दिन 21 जून को मालदीव में हुआ। मालदीव (Maldives) की राजधानी स्थित नेशनल फुटबॉल स्टेडियम में धार्मिक कट्टरपंथियों की भीड़ ने अचानक योग कर रहे लोगों पर हमला बोल दिया और इस बीच कोई कुछ समझ नहीं सका कि आखिर ऐसा क्यों किया गया।
संपत्ति को पहुंचाया नुकसान
इस दौरान भीड़ ने तोड़फोड़ की और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। पुलिस ने एक बयान में कहा कि वह इस घटना को एक गंभीर मुद्दा मान रही है। मामले की जांच गंभीर एवं संगठित अपराध विभाग द्वारा की जा रही है। अब तक छह लोगों को अरेस्ट किया गया है।
पुलिस ने कहा, ‘‘अभी तक मिले सबूत से लगता है कि प्रदर्शनकारियों ने पीपीएम के कार्यालय से लाई गई सामग्री का इस्तेमाल किया।” ‘सन’ अखबार के मुताबिक, पीपीएम ने एक बयान जारी कर घटना की निंदा की। आरोप हैं कि उपद्रवियों द्वारा इस्तेमाल किए गए झंडे वही थे, जो हाल में पीपीएम द्वारा आयोजित ‘‘नबियाज धिफौगाई” रैली में इस्तेमाल किए गए थे।
बाद में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ कार्यक्रम
पुलिस ने बयान में कहा, ‘‘अपराधियों ने जबरदस्ती प्रवेश करके, संपत्ति को नुकसान पहुंचाकर और कार्यक्रम के प्रतिभागियों पर हमला करने का प्रयास करके डर पैदा करने की कोशिश की। ‘मालदीव में युवा, खेल और सामुदायिक अधिकारिता मंत्रालय और संयुक्त राष्ट्र के सहयोग से देश में भारतीय उच्चायोग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में राजनयिकों, गणमान्य व्यक्तियों और आम लोगों ने भाग लिया। कुछ देर तक रुकावट के बाद कार्यक्रम फिर से शुरू हुआ और सत्र सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।