Sri Lanka News : जनता जब समस्याओं की वजह से आजिज आकर सड़क पर उतरती है तो सत्ता की ताकत बौनी हो जाती है। गंभीर आर्थिक और राजनीतिक संकटों से घिरे श्रीलंका में ऐसा ही देखने को मिल रहा है। 9 जुलाई को दिन में प्रदर्शनकारियों ने 116 दिन बाद राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के आवास पर कब्जा जमा लिया। इसके पहले ही राजधानी कोलंबो से फरार गोटबाया ने 13 जुलाई को सशर्त इस्तीफा देने की घोषणा की है। इस तरह जनता ने राजपक्षे परिवार के सिंहासन को पलट दिया। गौरतलब है कि राजपक्षे परिवार के खिलाफ इसी साल 15 मार्च को प्रदर्शन शुरू हुआ था।
देर शाम PM के आवास को घेर लिया
राष्ट्रपति आवास पर कब्जा करने के बाद देर रात प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे का घर को भी घेर लिया। इसके बाद विक्रमसिंघे ने इस्तीफा देने की घोषणा कर दी। इधर, श्रीलंका के चीफ डिफेंस स्टाफ शावेंद्र सिल्वा ने प्रदर्शनकारियों से अपील की है कि शांति बनाए रखने के लिए जवानों का सहयोग करें।
अब तक के इंपोर्टेंट अपडेट्स…
A. गोटबाया राजपक्षे ने 13 जुलाई को सशर्त इस्तीफा देने की बात कही है। गोटबाया की 8 जुलाई के बाद कोलंबो में नहीं देखा गया।
B. श्रीलंकन सरकार में मंत्री हिरेन फर्नांडो और मनुषा ननयकारा ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को भेजा है।
C. श्रीलंका पुलिस ने देश में बिगड़ते हालात के बीच कई प्रांतों में कर्फ्यू लगाया। चीफ डिफेंस स्टाफ ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
D. प्रदर्शनकारियों ने समागी जाना बालवेगया (SJB) के सांसद रजिता सेनारत्ने पर हमला किया।