No Water, Only Stone, Called Stone River Of Russia, Queer History, Know This River : नदी में पानी है तो उसकी जिंदगानी है। पानी नहीं तो खाली जमीन है और खाली जमीन कभी नदी नहीं बन सकती। आज हम आपको दुनिया की एक ऐसी नदी की जानकारी दे रहे हैं, जिसमें पानी की जगह पत्थर बहते हैं। गजब का है पत्थरों से इस नदी का प्यार और इस नदी से पत्थरों का प्यार। रूस में है यह नदी। इसे पत्थर नदी स्टोन रिवर कहा जाता है।
देवदार के वृक्षों का घना जंगल
हर नदी का अपना एक इतिहास होता है। हमारे देश की गंगा, यमुना, सरयू या फिर सरस्वती नदी। इन सब नदियों के बारे कोई न कोई प्राचीन कहानी है। भारत में बहने वाली 200 नदियों का अलग-अलग इतिहास है। लेकिन, रूस की इस नदी का इतिहास तो बिल्कुल अनोखा है। इस नदी में बहने वाले पत्थरों का आकार बहुत ज्यादा होता है।
इस नदी का नाम इसमें बहने वाले पत्थरों की वजह से ही स्टोन नदी पड़ा है। इस नदी के आसपास देवदार के वृक्षों का घना जंगल है, जहां आपको हजारों तरह के अनोखे पशु और पक्षी देखने को मिलेंगे।
6 किलोमीटर लंबी है यह नदी
बता दें कि रूस में स्थित इस नदी की लंबाई मात्र 6 किलोमीटर है. इसकी चौड़ाई 20 मीटर है. हालांकि कुछ स्थानों पर ये नदी 200 मीटर से भी ज्यादा चौड़ी हो जाती है। इस नदी में बहने वाले पत्थरों में कुछ पत्थरों का वजह 10 टन तक होता है, लेकिन ये सब अलग-अलग आकार के होते हैं। इस नदी की इसी खासियत के चलते लोग दूर-दूर से इसका दीदार करने के लिए पहुंचते हैं।
कोई नहीं जान पाया इसका रहस्य
रूस की स्टोन रिवर के बारे में आज तक कोई नहीं जान पाय हैं। तमाम वैज्ञानिकों ने इन पत्थरों पर शोध किया, लेकिन सच्चाई का आज तक पता नहीं चला। शोधकर्ताओं का कहना है कि करीब दस हजार साल पहले पर्वतों की ऊंचाई से टूटे हुए ग्लेशियर के पत्थर पानी के साथ बहकर यहां तक आ गए और उसके बाद यहां आकर जमा हो गए। वे पत्थर ही आज तक बहते हैं।