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Strong India : अब बिना भारतीय नौसेना की परमिशन के कोई भी युद्धपोत हिन्द महासागर से नहीं गुजर सकता, क्योंकि …

Strong India : अब बिना भारतीय नौसेना की परमिशन के कोई भी युद्धपोत हिन्द महासागर से नहीं गुजर सकता, क्योंकि …

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National news, National update, Hind mahasagar, Hind ocean, Indian Navy : हिन्द में चीनी नौसेना की बढ़ती गतिविधियों को देख कर भारत ने भी अपनी तैयारी मजबूत कर ली है। अब बिना भारतीय नौसेना के आदेश के कोई भी युद्धपोत या पनडुब्बी हिन्द महासागर से होकर नहीं गुजर सकता। इस बाबत नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी कैप्टन अजयेन्द्र कांत सिंह ने बताया कि भारतीय नौसेना के पी-81 एंटी-सबमरीन और सर्विलांस वाले विमानों की नजर से बच कर किसी देश का युद्धपोत या पोत हिन्द महासागर से गुजरेगा नहीं। कैप्टन सिंह भारतीय नौसेना के 312 स्क्वाड्रन, जिसे अल्बाट्रॉस के नाम से भी जाना जाता है, के कमांडिंग आफिसर हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी समय हिन्द महासागर और बंगाल की खाड़ी की निगरानी करने के लिए कम से कम एक पी-81 विमान हवा में तैनात रहता है, ताकि वहां होनेवाली सभी गतिविधियों पर नजर रख सके। 

नौसेना के लिए एक गेम चेंजर है पी-81

पी-81  नौसेना के लिए एक गेम चेंजर विमान के रूप में जाना जाता है क्योंकि इसने लद्दाख सेक्टर में ऊंचे इलाकों से भारतीय हित के कई क्षेत्रों में निगरानी करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। विमान ने डोकलाम संकट के दौरान सिक्किम-भूटान सेक्टर के साथ चीनी निर्माण के स्तर की भी पोल खोली थी। इसके अलावा इसने पूरे हिन्द महासागर क्षेत्र में विदेशी युद्धपोतों और रिसर्च वेसल्स की लगातार निगरानी की है। पी-81 विमान को हिन्द महासागर क्षेत्र के संरक्षक के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि पी-81 ने पिछले 10 वर्षों में हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में निगरानी करने के लिए 44,000 घंटे से अधिक उड़ान भरी है। नौसेना इन विमानों में से 12 का संचालन करती है और निकट भविष्य में अमेरिका से 06 और विमान खरीदने की योजना बना रही है।

 पी-81 विमान भारतीय नौसेना की आंख और कान 

चीनी नौसेना हिन्द महासागर क्षेत्र में अपनी पनडुब्बियों और युद्धपोतों का संचालन कर रही है, जहां से उसकी अधिकांश तेल आपूर्ति होती है और यह एक महत्वपूर्ण वैश्विक व्यापार मार्ग भी है। स्क्वाड्रन के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी, कमांडर जिशु माधवन ने कहा, पी-81 विमान भारतीय नौसेना की आंखें और कान होने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है और भारत के समुद्री योद्धाओं को रणनीतिक रूप से महत्त्वपूर्ण हिन्द महासागर क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण बढ़त प्रदान करते हुए महत्त्वपूर्ण समुद्री अभियान चलाता है। यह गेम-चेंजर विमान समुद्री निगरानी के लिए एक महत्त्वपूर्ण मंच है।

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