Kottayam news : कुवैत के अग्निकांड में दर्जनों भारतीयों को त्रासदी झेलनी पड़ी। 49 मृतकों में 40 भारतीय बताए जाते हैं। दक्षिणी कुवैत मंगफ क्षेत्र में एक बहुमंजिला इमारत में लग गई थी। इस भीषण आग में केरल के रहने वाले श्रीहरि की भी मौत हो गई। मृतक के पिता प्रदीप ने अपने 27 वर्षीय बेटे के हाथ पर बने टैटू को देखकर शव की पहचान की।
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नाक पर लगी थी कालिख
बता दें कि प्रदीप ने गुरुवार को बताया कि कुवैत के अधिकारियों ने उन्हें अस्पताल के शवगृह में रखे एक शव की पहचान करने के लिए बुलाया था। उन्होंने कहा, जब मैं वहां गया तो देखा कि उसका चेहरा पूरी तरह सूजा हुआ था और नाक पर कालिख लगी हुई थी। ऐसे में मैं अपने बेटे के शव की पहचान नहीं कर पा रहा था। फिर मैंने अधिकारियों को बताया कि उसके हाथ पर एक टैटू है और उसी के आधार पर श्रीहरि की पहचान की गई।
बाप-बेटा एक ही कंपनी में करते थे काम
बता दें कि श्रीहरि और उसके पिता दोनों एक ही कंपनी में काम करते थे। प्रदीप पिछले आठ सालों से कुवैत में काम कर रहा था। इससे पहले दिन में परिवार के एक मित्र ने संवाददाताओं को बताया कि श्रीहरि एक सप्ताह पहले ही कुवैत वापस लौटा था, लेकिन अब उसकी मौत की खबर गांव पहुंची। उन्होंने कहा, ”कुवैत लौटने के मुश्किल से एक हफ्ते बाद ही हमें श्रीहरि की मौत की जानकारी मिली। हमें कल दोपहर को इस बारे में पता चला। विभिन्न समाचार चैनलों पर इस त्रासदी की खबरें प्रसारित होने के बाद श्रीहरि के पिता ने हमें इस बारे में जानकारी दी।’ श्रीहरि के परिवार के एक दोस्त ने बताया कि श्रीहरि के पिता आज केरल लौट सकते हैं और कल श्रीहरि का पार्थिव शरीर भी भारत लाया जा सकता है।