लगभग भाई महीने से चल रहे रूस- यूक्रेन भीषण युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब यूक्रेन ने दावा किया कि उसकी सेना ने खार्किव के उत्तर और उत्तर-पूर्व में जवाबी कार्रवाई में रूसी सेना को पीछे ढकेलते हुए गांवों को पर फिर से कब्जा कर लिया है। पहली बार युद्ध में इस तरह की बढ़त रूस के लिए खतरे का संकेत है और यह उसके वर्चस्व को खतरे में डाल सकती है।
मुख्य यूक्रेनी बल 92वें सेपरेट मैकेनाइज्ड ब्रिगेड के प्रेस अधिकारी तेतियाना अपचेंको ने इसकी पुष्टि करते हुए मीडिया को बताया कि यूक्रेनी सैनिकों ने हाल के दिनों में खार्किव के उत्तर में चेर्कास्की टिशकी, रस्की टिशकी, बोरशचोवा और स्लोबोझांस्के की बस्तियों पर फिर से कब्जा कर लिया।
यूक्रेनी सशस्त्र बलों ने पाई सफलता
रक्षा मंत्रालय के सलाहकार यूरी साक्स ने कहा कि सफलता रूसी सेना को यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर और उत्तर-पूर्व में स्थित खार्किव की सीमा से बाहर धकेल रही है। यहां युद्ध शुरू होने के बाद से लगातार बमबारी होती रही है। साक्स ने कहा कि खार्किव के आसपास यूक्रेनी सशस्त्र बलों के सैन्य अभियान, विशेष रूप से खार्किव के उत्तर और उत्तर-पूर्व में सफलता पाई है। यूक्रेनी सेना इन युद्ध अपराधियों को पीछे ढकेलते हुए उनके तोपखाने की पहुंच से दूर कर दिया है।
पुतिन लंबे संघर्ष की तैयारी में जुटे हैं
इधर वाशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक एवरिल हैन्स ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एक लंबे संघर्ष की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश के पूर्व में डोनबास क्षेत्र में रूसी जीत से युद्ध समाप्त नहीं हो सकता है। अमेरिकी रक्षा खुफिया एजेंसी (डीआईए) के प्रमुख ने कहा कि युद्ध गतिरोध पर था लेकिन खार्किव के पास पलटवार एक नए चरण का संकेत दे सकता है। यूक्रेन अब हफ्तों के बाद आक्रामक हो रहा हैए जिसमें रूस ने बिना किसी सफलता के बड़े पैमाने पर हमला किया। आक्रमण की शुरुआत के बाद से खार्किव के बाहरी इलाके पर कब्जा कर चुके रूसी बलों को पीछे धकेल कर, यूक्रेनियन मुख्य रूसी हमले बल को आगे दक्षिण में बनाए रखने वाली पिछली आपूर्ति लाइनों की तोड़ने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
रूसी थिंक टैंक ने भी यूक्रेन के दावे को सच माना
इस बाबत लंदन में रूसी थिंक-टैंक के नील मेल्विन ने कहा कि यूक्रेनी लगातार रूसी सीमा के करीब आ रहे हैं। इसलिए यूक्रेन के उत्तर-पूर्व में शुरुआती दिनों में रूसियों ने जो बढ़त बनाई थी और जिन हिस्सों पर कब्जा किया था व तेजी से खिसक रहा है। पश्चिमी देशों का मानना था कि पुतिन सोमवार को द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति पर बड़ी जीत की घोषणा करने की उम्मीद कर रहे थे।