यूक्रेन – रूस के बीच चल रहे युद्ध के तीन माह पूरे हो गए हैं। इस दौरान पूरी दुनिया की तमाम कोशिशों व सहयोग के साथ यूक्रेन जोरदार मुकाबला तो कर रहा है, किन्तु बेहद नुकसान भी उठाना पड़ा है। तीन महीने की इस लड़ाई में 4200 से ज्यादा नागरिकों की मृत्यु हो गयी है और 75 लाख लोग देश छोड़ने को मजबूर हो गए हैं। यूक्रेन के कई शहर पूरी तरह तबाह हो गये हैं।
23 फरवरी को रूस ने किया था सैन्य कार्रवाई का एलान
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने 23 फरवरी 2022 की रात यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान का एलान किया था। 24 फरवरी को रूस की सेना ने यूक्रेन की राजधानी कीव सहित आसपास के शहरों पर हवाई हमला कर दिया था। इसके बाद से पूरी दुनिया की तमाम कोशिशों के बावजूद रूस का आक्रमण रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इन तीन महीनों में यूक्रेन के 4200 से ज्यादा नागरिकों को जान गंवानी पड़ी है, इनमें 250 के आसपास बच्चे हैं। यूक्रेन के 5500 से अधिक नागरिक घायल हुए हैं। युद्ध में यूक्रेन के 3000 के आसपास सैनिकों को भी जान गंवानी पड़ी है।
यूक्रेन का दावा- 29 हजार रूसी सैनिकों को मार गिराया
यूक्रेन का दावा है कि उसने रूस के 29 हजार से ज्यादा सैनिकों को मार गिराया है। इन तीन महीनों में यूक्रेन के दो प्रमुख शहरों मैरियूपोल व डोनेस्क पर रूस का कब्जा हो चुका है। लुहांस्क भी काफी हद तक रूसी सेना के कब्जे में है। खारकीव में भी दोनों देशों के बीच जंग जारी है। रूस के इस आक्रमण के बाद 75 लाख से ज्यादा यूक्रेनी नागरिक अपना देश छोड़ने को मजबूर हो गए हैं। इनमें से सर्वाधिक 43 लाख के आसपास लोगों ने पड़ोसी देश पोलैंड में शरण ली है। इनके अलावा रोमानिया में 9.43 लाख और हंगरी में 6.26 लाख यूक्रेनी रहने को विवश हैं।