यूक्रेन- रूस युद्ध के 35वें दिन भी यूक्रेन के कई शहरों पर बमबारी और धमाकों की आवाज गूंजती रही। एक ओर कीव, जाइटामिर, खारकीव, निप्रो और पोल्टावा ओब्लास्ट सहित कई जगहों पर रूस के जोरदार हमले जारी हैं। दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ बुधवार को बात कर अमेरिका की ओर से सहायता जारी रखने का भरोसा दिलाया है।
जेलेंस्की ने घंटे भर की बाइडेन से चर्चा
जेलेंस्की ने बुधवार को ट्वीट पर अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन के साथ एक घंटा तक रक्षात्मक समर्थन पर चर्चा की। जेलेंस्की ने कहा कि दोनों नेताओं ने रूस के खिलाफ बढ़े हुए प्रतिबंधों के नए पैकेज पर भी चर्चा की, साथ ही यूक्रेन के लिए वित्तीय और मानवीय सहायता सहायता पर भी चर्चा की। उधर, रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय क्रेमलिन ने कहा कि तुर्की में रूस और यूक्रेन के बीच हुई वार्ता बेनतीजा रही है। हां, यूक्रेन की ओर से वार्ता में कुछ लिखित प्रस्ताव सौंपे गए हैं, जिन पर विचार करने का रूस से अनुरोध किया गया है। इसके अतिरिक्त दोनों देशों के बीच गतिरोध की स्थिति पहले की तरह बरकरार है।
मानवीय सहायता पहुंचाने पर भारत का जोर
इस्तांबुल में हुई बैठक में यूक्रेन के तटस्थ राष्ट्र बनाने पर भी चर्चा हुई लेकिन उसके लिए यूक्रेन ने अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, तुर्की, चीन और पोलैंड का गारंटर ग्रुप बनाए जाने की बात कही। दूसरी ओर भारत ने यूक्रेन के युद्धग्रस्त इलाकों में बिना रोकटोक मानवीय सहायता पहुंचाने पर जोर दिया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत मौजूदा स्थिति पर बहुत चिंतित है, जो लगातार बिगड़ती जा रही है। तिरुमूर्ति ने कहा कि यूक्रेन में प्रभावित आबादी की मानवीय जरूरतों को पूरा करने की तत्काल आवश्यकता है।