गर्भपात मामले को लेकर अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले को लेकर अमेरिका में बवाल मचा हुआ है। महिलाएं अपने अधिकार को समाप्त करने के खिलाफ एकजुट हो गई हैं। मालूम हो कि अमेरिका में सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात कराने के महिलाओं के अधिकार को समाप्त कर दिया है। यह कानून पिछले 50 वर्षों से लागू था। इस कानून के समाप्त होने से अमेरिका की महिलाएं काफी आक्रोशित हैं। इसे लेकर अमेरिका के लगभग हर शहर में महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चल रही जोरदार बहस
सोशल मीडिया पर भी इस फैसले को लेकर जोरदार बहस प्रारंभ हो चुकी है। यहां हर कोई अपने अपने तरीके से अपनी राय दे रहा है। अमेरिका में ट्विटर पर #Abstinence और #SexStrike ट्रेंड कर रहा है। अमेरिका की कई महिलाओं का कहना है कि गर्भपात का कानूनी महिलाओं का मौलिक अधिकार था। यह जारी रहना चाहिए। यहां की महिलाएं इस मामले में पुरुषों का समर्थन मांग रही हैं। ऐसा ना करने पर महिलाओं ने पुरुषों के खिलाफ सेक्स स्ट्राइक करने की बात कह रही हैं। ट्विटर पर लोग इस मुद्दे पर तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। 24 साल की टेक्नीशियन ब्रायना कैंपबेल ने nypost.com से कहा है कि यदि आप एक पुरुष हैं और मेरे अधिकारों के लिए सड़कों पर नहीं उतरते हैं, तो आप मेरे साथ यौन संबंध बनाने के लायक नहीं हैं।
क्या पुरुषों के लिए महिलाओं के अधिकारों से
ज्यादा अहम सेक्स है
वहीं, 22 साल की इवेंट कोऑर्डिनेटर कैरोलिन हीली ने सवालिया लहजे में पूछा है कि क्या पुरुषों के लिए महिलाओं के अधिकारों से ज्यादा अहम सेक्स है। मैनहैटन यूनियन स्क्वायर पर नए गर्भपात कानून के विरोध में शामिल होने आई एक युवती ने कहा कि महिलाओं से गर्भपात के संवैधानिक अधिकार को नहीं छीना जाना चाहिए। यह हमारा मौलिक अधिकार है। हम अपने मौलिक अधिकारों का हनन किसी भी कीमत पर नहीं होने देंगे। रेप की शिकार माया डेमरी ने जोर देकर कहा कि महिलाओं को ‘अपने अधिकारों को वापस पाने के लिए कानूनी दायरे में रहकर आंदोलन करने की जरूरत है। उसने कहा कि हम यहां बैठकर उन महिलाओं के दर्द के बारे में कल्पना भी नहीं कर सकते जो रेप के बाद गर्भवती हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि अगर दुनिया यह सोचती है कि वह हमेशा महिलाओं पर अत्याचार कर सकते हैं तो ये बात कतई ठीक नहीं है।
ट्विटर पर चल रहा सेक्स स्ट्राइक अभियान
अमेरिका में गर्भपात कानून समाप्त करने को लेकर ट्विटर पर #SexStrike के साथ अभियान चलाया जा रहा है। हैशटैग पर 50 हजार से अधिक ट्वीट किए गए थे। इसके साथ ही ट्विटर पर #Abstinence भी ट्रेंड हुआ। Abstinence मतलब सेक्स नहीं करना, संयमी बनना. एक महिला यूजर ने गर्भपात कानून के समर्थन में पुरुषों से कहा- अगर हमारी पसंद को नकारा जाता है तो आपकी भी पसंद को नकारा जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले की बाइडन भी कर चुके हैं निंदा
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले की राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी निंदा की है। बाइडन ने कहा है कि इस फैसले ने महिलाओं के स्वास्थ्य और जीवन को खतरे में डाल दिया है। उन्होंने कहा कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास करेंगे कि जिन राज्यों में गर्भपात लीगल है, वहां के अधिकारी गर्भपात के लिए आई महिलाओं को रोकें नहीं।